Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Nov, 2017 01:57 PM
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में नौ नंबवर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सशस्त्र बलों में सेवाएं दे रहे 37000 सैनिक अहम रोल अदा करेंगे। हिमाचल प्रदेश में हर पाचवें घर से कोई न कोई बेटा देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर ड्यूटी दे रहा है। ईटीपीबीएस सिस्टम...
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में नौ नंबवर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सशस्त्र बलों में सेवाएं दे रहे 37000 सैनिक अहम रोल अदा करेंगे। हिमाचल प्रदेश में हर पाचवें घर से कोई न कोई बेटा देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर ड्यूटी दे रहा है। ईटीपीबीएस सिस्टम विधानसभा चुनाव में पहली बार लागू होने से ये पहाड़ी राज्य के विकास की दिशा और दशा बदलने में भूमिका निभाएंगे। पहाड़ी राज्य हिमाचल के कर्मचारियों द्वारा विधानसभा चुनाव में बड़े स्तर पर मतदान होने की आशा इस बार जताई जा रही है।
प्रदेश में पहली बार ईटीपीबीएस सिस्टम से चुनाव
चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सशस्त्र बलों में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए ईटीपीबीएस सिस्टम पहली बार कार्यान्वित किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटड पोस्टल बैलोट सिस्टम सबसे पहले गोवा में इंप्लिमेंट किया है।
जारी किए जा चुके हैं मतपत्र
हिमाचल प्रदेश के इलेक्ट्रोल ऑफिसर (सीईओ) ने देश में तैनात 37000 सशस्त्र बलों के सैनिकों को पहले ही मतपत्र जारी कर दिए हैं। इस बारे में अधिकारी का कहना है कि सैनिकों से 70 से 80 फीसदी मतपत्र वापस आने की आशा की जा रही है।
मतगणना से पहले ही आ जाएंगे मतपत्र
सीईओ पुष्पेंद्र राजपूत ने कहा कि सैनिक पासवर्ड-संरक्षित मतपत्र को इलेक्ट्रॉनिली भेजा जा सकता है, उनके मतपत्रों को भरने के बाद संबंधित अधिकारियों के पास वापस भेजा जाएगा। राजपूत ने बताया, इसके साथ ही डाक मतपत्र वापस प्राप्त करने में कोई देरी नहीं होगी, क्योंकि मतदाताओं से पहले ही मतपत्र प्राप्त किए हैं और काउंटिंग से पहले इसे आराम से वापस भेजा जा सकता है।