Edited By Updated: 28 Jun, 2016 04:42 PM
पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पं. सुखराम के एक सार्वजनिक बयान से हिमाचल की राजनीति में नया तूफान आ खड़ा हो सकता है।
मंडी: पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पं. सुखराम के एक सार्वजनिक बयान से हिमाचल की राजनीति में नया तूफान आ खड़ा हो सकता है।
राजनीति से संन्यास ले चुके पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पं. सुखराम आखिर कौन से राज को अपने अदालती झमेले से निपटने के बाद उजागर करना चाहते हैं इस पर अब सबकी नजर रहेगी। अपने गृह क्षेत्र तुंगल में सोमवार को एक सरकारी जनसभा के दौरान सुखराम ने अपने बेटे एवं प्रदेश सरकार के पंचायतीराज मंत्री अनिल शर्मा के कार्यक्रम में इस बात की ओर इशारा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले का फैसला आने के बाद वे बताएंगे कि सदर विधानसभा क्षेत्र का महत्व प्रदेश और देश के लिए क्या है।
गौरतलब है कि सुखराम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के संचार मंत्री रहते हुए उनके घर में मिले करोड़ों रुपए और अन्य मामलों को लेकर मुकद्दमा चल रहा है। इसके चलते उन्होंने सक्रिय राजनीति से किनारा कर अपनी विरासत बेटे अनिल शर्मा को सौंप दी है। पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पं. सुखराम और प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री का कई दशकों तक छत्तीस का आंकड़ा रहा है। यह बात अलग है कि पंचायतीराज मंत्री अनिल शर्मा के हिमाचल विकास कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद दोनों नेताओं के बीच घनिष्ठता बढ़ी है लेकिन अदालतों के चक्कर काटने के बीच उनका यह बयान किसी राजनीतिक तूफान की ओर संकेत कर रहा है।