Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Jan, 2018 09:58 AM
एक तरफ जहां सरकार द्वारा पूरे भारत में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है। वहीं बेटियां अभी भी सुरक्षित नहीं हैं। अगर हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. की बात की जाए तो आए दिन यहां पर लड़की के साथ एक न एक घटना सामने आ रही है।...
शिमला : एक तरफ जहां सरकार द्वारा पूरे भारत में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है। वहीं बेटियां अभी भी सुरक्षित नहीं हैं। अगर हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. की बात की जाए तो आए दिन यहां पर लड़की के साथ एक न एक घटना सामने आ रही है। यहां पर लड़कियों को अपना इलाज करवाना मुश्किल हो गया है। इसका ताजा उदाहरण वीरवार रात को आई.जी.एम.सी. के फिमेल ऑर्थो वार्ड में तब देखने को मिला जब एक शातिर वार्ड में अंदर आकर नाबालिग लड़की से छेड़खानी करने लगा। हुआ यह कि 10 वर्षीय रोहड़ू जांगला की रहने वाली लड़की बाजू टूटने के चलते फिमेल वार्ड में भर्ती हुई है।
शातिर ने मुंह पर काली पट्टी बांध रखी थी
रात करीब 4.30 बजे के करीब जब लड़की की माता बाथरूम गई तो एकदम से वार्ड के अंदर एक शातिर घुस गया और लड़की से अश्लील हरकतें करने लगा। जैसे ही लड़की की माता वार्ड के अंदर आई तो एकदम से शातिर बाहर की ओर भाग गया। शातिर ने मुंह पर काली पट्टी बांध रखी थी हालांकि वार्ड में अन्य मरीज सोए हुए थे। जैसे ही मरीजों ने यह बात सुनी तो वार्ड के अंदर अफरा-तफरी मच गई। कुछ तीमारदारों ने शातिर को ढ़ूढने की कोशिश तो की लेकिन वह हाथ नहीं लग पाया है। लड़की के पिता सहित वार्ड में अन्य तीमारदार ने इस मामले को लेकर प्रधानाचार्य को भी शिकायत पत्र लिखा है और कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मामले की उचित कार्रवाई और सुरक्षा के अस्पताल में पूरे इंतजाम हों ताकि बेटियां सुरक्षित रह सकें।