बीजेपी को कांग्रेस का जवाब, महेश्वर का तोड़ सत्यप्रकाश

Edited By Updated: 23 Oct, 2016 12:43 PM

thakur satya prakash maheshwar singh

भाजपा ने महेश्वर की वापसी करवा कर अपनी स्थिति मजबूत की, वहीं कांग्रेस ने भी उसके जवाब में पूर्व मंत्री सत्यप्रकाश को पुन: वापस लेकर राजनीति में हलचल मचा दी है।

कुल्लू: भाजपा ने महेश्वर की वापसी करवा कर अपनी स्थिति मजबूत की, वहीं कांग्रेस ने भी उसके जवाब में पूर्व मंत्री सत्यप्रकाश को पुन: वापस लेकर राजनीति में हलचल मचा दी है। दोनों दलों के नेता इन वरिष्ठ नेताओं के साथ कितना चलते हैं यह आगे जाकर ही पता चलेगा। गौरतलब है कि महेश्वर और सत्यप्रकाश का लगभग एक जैसा राजनीतिक करियर रहा है। दोनों की जिला में अच्छी पैठ है। महेश्वर यहां 4 बार विधायक रहे हैं, वहीं सत्यप्रकाश 3 बार विधायक जीते हैं। महेश्वर और सत्यप्रकास दोनों ही क्रमश: 3-2 बार बंजार से चुनाव जीते हैं जबकि एक बार महेश्वर को कुल्लू की जनता ने विधायक बनाया है। 


ठाकुर सत्यप्रकाश व उनकी धर्मपत्नी जिला परिषद सदस्य प्रेम लता ठाकुर को अपनी वफादारी का ईनाम मिला और प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के मामले में क्लीन चिट दे दी गई। कांग्रेस पार्टी इसे भाजपा के दिग्गज नेता एवं कुल्लू सदर के विधायक महेश्वर सिंह का तोड़ मानकर भी चल रही है। महेश्वर ने कई लोकसभा व विधानसभा चुनाव जीतकर अपना दबदबा दिखाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में महेश्वर सिंह की मजबूत पकड़ है। यही नहीं ग्रामीण स्तर पर होने वाले मेलों व उत्सवों में विधायक महेश्वर सिंह कुल्लवी नाटी डालने से भी नहीं चूकते। दूसरी तरफ सत्यप्रकाश अपनी सादगी के चलते ग्रामीण परिवेश सहित शहरी क्षेत्रों में अपनी बेहतर पकड़ जमाए हुए हैं।


वर्ष 2010 में हुए पंचायत के चुनावों में बल्ह जिला परिषद वार्ड से पूर्व मंत्री सत्यप्रकाश ठाकुर की धर्मपत्नी प्रेम लता ठाकुर ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी। दोनों के पार्टियां छोड़ने पर भाजपा ने राम सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था, वहीं कांग्रेस ने कुल्लू से सुंदर ठाकुर को प्रत्याशी बनाया था। ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनावों में दोनों ही दलों से टिकट के चाहवानों को आपसी मतभेदों को दूर करना चुनौती से कम नहीं। विधानसभा चुनावों से पूर्व हुई दोनों नेताओं की घर वापसी से हालांकि बाहरी मन से दोनों की वापसी का स्वागत हो रहा है जबकि अंदरखाते चर्चाएं जारी हैं। 


इस कारण हुए थे बाहर
दोनों ही नेताओं को वर्ष-2012 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान बाहर का रास्ता दिखाया गया था। वर्ष 2012 में विस चुनावों में अपनी धर्मपत्नी प्रेम लता ठाकुर को आजाद प्रत्याशी के रूप में कुल्लू विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा और पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सत्यप्रकाश को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया गया। वर्ष 2012 में पार्टी से अंसतुष्ट होकर महेश्वर सिंह ने भाजपा से इस्तीफा देकर हिलोपा का गठन किया और हिलोपा के बैनर तले कुल्लू सदर का विधानसभा चुनाव जीता। अब वर्ष 2016 में विधायक महेश्वर सिंह व पूर्व मंत्री सत्यप्रकाश को दोनों दलों ने वापस ले लिया है।

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