Edited By Updated: 24 Aug, 2016 01:31 PM
धार्मिक नगरी एवं पर्यटन स्थल मणिकर्ण में प्रशासन द्वारा खाद्य वस्तुओं को निर्धारित मूल्यों पर नहीं बेचा जा रहा है।
कुल्लू: धार्मिक नगरी एवं पर्यटन स्थल मणिकर्ण में प्रशासन द्वारा खाद्य वस्तुओं को निर्धारित मूल्यों पर नहीं बेचा जा रहा है। इससे मणिकर्ण में सैर-सपाटा करने आए पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को चूना लग रहा है।
ढाबा मालिक लोगों को रेस्तरां की रेट लिस्ट थमा देते हैं। जब लोग इसका विरोध करते हैं तो ढाबा मालिक झगड़ा करना शुरू कर देते हैं। ढाबा मालिकों की मनमानी से स्थानीय और बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इससे लोगों में संबंधित विभाग के प्रति गहरा रोष है, वहीं कई ढाबों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ऐसे में जहां लोगों को आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है, वहीं ढाबों में साफ-सफाई नहीं होने से बीमारी फैलने की भी आशंका है।
घाटीवासी नारायण चंद, गोविंद, बुद्धि सिंह, राजीव, अमर चंद, ओम प्रकाश, दिनेश व प्रेम चंद आदि ने कहा कि ढाबा मालिकों द्वारा खाद्य पदार्थों के अधिक दाम पर बेचने से लोगों में रोष है। उन्होंने कहा कि ढाबा मालिक दाल-चावलों के दाम 50 रुपए की जगह 100 रुपए वसूल रहे हैं। इसके अलावा अन्य खाद्य वस्तुओं के भी अधिक दाम वसूले जा रहे हैं लेकिन संबंधित विभाग इस ओर गंभीर नहीं है। उधर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक शिव राम कहते हैं कि मामला उनके ध्यान में नहीं है। अगर ऐसा है तो ढाबों का निरीक्षण किया जाएगा तथा खामियां पाई जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।