ITI में हजारों युवाओं के भविष्य पर मंडराए संकट के बादल

Edited By Updated: 27 Sep, 2016 11:16 AM

iti youth recruitment

वर्ष-2006 में भारत सरकार द्वारा आई.टी.आई. केंद्रों में सैंटर ऑफ एक्सीलैंस स्कीम के तहत प्रशिक्षण पाने वाले हजारों युवाओं के भविष्य पर संकट आन खड़ा हुआ है।

कुल्लू: वर्ष-2006 में भारत सरकार द्वारा आई.टी.आई. केंद्रों में सैंटर ऑफ एक्सीलैंस स्कीम के तहत प्रशिक्षण पाने वाले हजारों युवाओं के भविष्य पर संकट आन खड़ा हुआ है। प्रदेश भर की आई.टी.आई. में हजारों युवाओं ने इस स्कीम के तहत विभिन्न ट्रेडों में जूनियर टी.मेट, जूनियर सबस्टेशन, हैल्पर, लाइनमैन, इलैक्ट्रीशियन, पंप आप्रेटर का 2 वर्ष का प्रशिक्षण हासिल किया था। उसके बाद सभी प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं ने बिजली बोर्ड व आई.पी.एच. विभाग द्वारा विभिन्न पदों के लिए निकाली गई भर्तियों के लिए आवेदन किया गया तो उनके आवेदन को रद्द कर दिया गया। जब युवाओं ने आवेदन रद्द के बारे में विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने इस प्रशिक्षण को मान्य नहीं बताया। 


उम्मीदवार विजय, वनिता ठाकुर, प्रदीप, नरेश, मोहर सिंह, सत्यप्रकाश, गुड्डू, धनवीर, राम चंद, आदित्या शर्मा व कर्ण ठाकुर ने बताया कि विभाग द्वारा जारी किए गए विभिन्न पदों पर सिर्फ इलैक्ट्रीशियन और वायरमैन के ट्रेड ही मान्य है। जबकि इलैक्ट्रीशियन ट्रेड और इलैक्ट्रीकल ट्रेड में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभागों में सैंटर ऑफ एक्सीलैंस स्कीम के तहत इलैक्ट्रीकल ट्रेड को मान्यता नहीं मिली है जबकि केंद्र सरकार द्वारा आयोजित इस स्कीम में इस ट्रेड को भारत के सभी राज्यों में मान्यता मिली हुई हैं।


उन्होंने कहा कि अगर बिजली बोर्ड और आई.पी.एच. विभाग में इस ट्रेड को मान्य नहीं किया गया तो इस ट्रेड के तहत प्रशिक्षण लेने वाले हजारों युवा बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी इलैक्ट्रीकल ट्रेड के कई युवा एच.आर.टी.सी. सहित अन्य विभागों में नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समस्या के बारे में प्रदेश सरकार को भी सूचित किया गया है लेकिन अभी तक कोई जबाव नहीं दिया गया है जिस कारण इस स्कीम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले हजारों युवा संशय में पड़ गए है। 

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