Edited By Updated: 28 Sep, 2016 07:50 PM
फोरलेन संघर्ष समिति द्वारा कुल्लू के रामशिला में फोरलेन का कार्य रुकवाया गया और वहां कार्य कर रहे कामगारों को भी मौके से भगाया गया....
कुल्लू: फोरलेन संघर्ष समिति द्वारा कुल्लू के रामशिला में फोरलेन का कार्य रुकवाया गया और वहां कार्य कर रहे कामगारों को भी मौके से भगाया गया। इस दौरान प्रभावितों ने समिति के अध्यक्ष खुशाल सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक की और प्रदेश सरकार व नैशनल हाईवे के विरुद्ध नारेबाजी की, वहीं इस दौरान कुछ प्रभावितों द्वारा मशीनरी व निर्माण सामान को भी फैंका गया।
समिति के अध्यक्ष खुशाल सिंह ने बताया कि गत 2 वर्षों से प्रभावित सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि जमीन की डिमार्केशन की जाए क्योंकि लोगों को अपनी जमीन का पता तक नहीं है कि सड़क कहां से जा रही है और उनकी कितनी जमीन लग रही है। उन्होंने कहा कि लोग भूमि अधिग्रहण के खिलाफ नहीं हैं लेकिन सरकार ने मई माह में रामशिला से छांटनसेरी तक जमीन को अवार्ड कर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के अधिकारों का हनन हो रहा है और भूमि अधिग्रहण बिल तथा वन अधिकार कानून की सरेआम उल्लंघना की जा रही है।
एलओ प्रभावितों से बार-बार यह कह रहे हैं कि लोगों की जमीन की डिमार्केशन की जाएगी लेकिन अभी तक लोगों की जमीन की किसी प्रकार की कोई डिमार्केशन नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अब लोगों को रोकना मुश्किल है। लोग लम्बे समय से सरकार और एनएचआई से गुहार लगा रहे थे कि उनकी जमीनों का उचित मुआवजा दिया जाए। अध्यक्ष खुशाल ने बताया कि प्रभावित 30 सितम्बर को राज्यपाल से वार्ता करेंगे और इस मामले को लेकर डीसी कुल्लू से भी चर्चा की जाएगी।