Edited By Updated: 29 Aug, 2016 01:17 AM
सौरभ वन विहार की शान समझा जाने वाला पुरना झूला पुल देर रात भू-स्खलन के चलते धराशायी हो गया।
पालमपुर: सौरभ वन विहार की शान समझा जाने वाला पुरना झूला पुल देर रात भू-स्खलन के चलते धराशायी हो गया। जानकारी के अनसार भू-स्खलन के कारण इस पुल के रस्सों पर पत्थर गिरने से यह पुल ध्वस्त हुआ है। जैसा की सर्वविदित है कि सौरभ वन विहार में आने वाले पर्यटकों को यह पुल अपनी ओर आकॢषत करता रहा है। इस पुल के माध्यम से पर्यटक प्रकृति का नजारा लेते थे। यह पुल प्रदेश के कुछ गिन-चुने झूला पुलों में शामिल था।
इस पुल का निर्माण वर्ष 1977 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शांता कुमार ने करवाया था। उस समय यही पुल 5-6 गांवों के संपर्क का माध्यम होता था। जानकारी के अनुसार इस पुल को काफी समय पहले लो.नि.वि. ने असुरक्षितघोषित कर दिया था। इसके दोनों प्रवेश द्वारों पर लोहे के एंगल लगाकर बंद कर दिया था लेकिन बावजूद इसके पर्यटकों की आवाजाही रोजाना इस पुल से होती थी।
पुराने तरीके से बनाए गए लोहे के रस्से के इस पुल का जब से सौरभ वन विहार में पर्यटक आने शुरू हुए हैं तब से और भी महत्व बढ़ गया था लेकिन इस पुल के अचानक टूट जाने के कारण पर्यटकों को मायूसी का सामना करना पड़ेगा। गौरतलब है कि इस पुराने झूला पुल पर कई हिंदी और पहाड़ी फिल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है जोकि अब अपने आप में सिर्फ एक इतिहास बन कर रह गया है।