Edited By Updated: 25 Sep, 2016 01:41 AM
एक ओर जहां प्रदेश भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी समारोह धूमधाम से मनाने जा रही है....
पपरोला: एक ओर जहां प्रदेश भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी समारोह धूमधाम से मनाने जा रही है, दूसरी तरफ गत वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा पपरोला स्थित 100 बैड के पंडित दीनदयाल आयुर्वैदिक अस्पताल का नाम हटाकर केवल राजकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर आयुर्वैदिक कालेज एवं अस्पताल करने पर प्रदेश भाजपा खामोश बैठी है। प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि वह इस मुद्दे को आगामी विधानसभा सत्र में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे प्रदेश सरकार से लिखित में जवाब मांगा जाएगा।
सत्ती ने कहा कि प्रदेश भाजपा इसे सरकार द्वारा हीन भावना से लिया गया निर्णय बताकर इसकी कड़ी ङ्क्षनदा करती है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने एक अनौपचारिक बातचीत में कहा कि प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी तो पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री राजीव ङ्क्षबदल की उपस्थिति में अक्तूबर, 2008 को पपरोला में 100 बैड के अस्पताल भवन का उद्घाटन किया था, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद नामों को बदलने की परंपरा शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि सीएम वीरभद्र सिंह को चाहिए कि वह अपनी अंतिम पारी में प्रदेश में अच्छे काम करें।
सत्ती ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी और स्वर्गीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय दोनों ही देश के बड़े नेता रहे हैं और दोनों ही नेताओं का सभी को सम्मान करना चाहिए, लेकिन भाजपा कार्यकाल में पपरोला में पंडित दीनदयाल के 100 बैड के भवन को राजीव गांधी आयुर्वेद अस्पताल के साथ जोडऩा गलत है। इस पर राजनीति करना सीएम की हीन भावना को दर्शाता है।
सत्ती ने कहा कि भवन के मुख्य द्वार पर प्रकाशित दीनदयाल अस्पताल भवन के नाम को मिटा दिया गया है, जिसके बाद प्रदेश में भाजपा सरकार के बनते ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय भवन को उसी नाम से रखा जाएगा। सत्ती ने कहा कि आगामी विस चुनावों में प्रदेश में भाजपा की सरकार काबिज होगी और प्रदेश सरकार के कुछ नेता बौखलाहट व सत्ता के नशे में चूर होकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर अपनी मानसिकता को दर्शा रहे हैं मगर वे इन बयानों से अपनी हार को नहीं टाल सकते हैं।