Edited By Updated: 19 Oct, 2016 01:22 AM
महिला की इज्जत को बचाना ही मर्दानगी है न कि इज्जत को लूटना। उक्त शब्द नगरी में शाह सतनाम धाम में संगत को संबोधित करते हुए संत डा. गुरमीत राम रहीम जी ने कहे।
पालमपुर: महिला की इज्जत को बचाना ही मर्दानगी है न कि इज्जत को लूटना। उक्त शब्द नगरी में शाह सतनाम धाम में संगत को संबोधित करते हुए संत डा. गुरमीत राम रहीम जी ने कहे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आज के माहौल में अपनी रक्षा खुद करनी चाहिए तथा उसे सबला बनना चाहिए न कि अबला।
गुरमीत राम रहीम ने कहा कि हमारे धर्मों में मां को विशेष दर्जा दिया गया है तथा अगर किसी को कहा जाए कि वह अपने पेट में 9 माह तक पत्थर बांध के रखे तो शायद यह किसी से नहीं होगा लेकिन एक मां ही है जो अपने बच्चे को 9 माह तक अपने पेट में रखती है, इसलिए उन्होंने कहा कि सबको मां की इज्जत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज बहुत भयानक समय आ गया है तथा लोग अपने मां-बाप को यहां तक कह देते हैं कि आपने हमें पैदा ही क्यों किया लेकिन यह भी सच्चाई है कि बिना ईश्वर की मर्जी के कुछ भी नहीं होता है तथा कई लोग जो बूढ़े हो चुके हैं उनको औलाद का सुख नहीं है।
गुरमीत राम रहीम ने कहा कि हमारे शरीर का नियंत्रण हमारे दिमाग से होता है तथा हमें अपने दिमाग को हमेशा पॉजीटिव रखना चाहिए उसके लिए एकमात्र युक्ति उन्होंने राम नाम बताई तथा कहा कि इसके कारण हमें आत्मबल मिलता है तथा आत्मबल से सभी परेशानियों से लडऩे की ताकत मिलती है। उन्होंने कहा कि हमारी पुरानी संस्कृति को लेकर ही वह चौथी फिल्म ऑनलाइन गुरुकुल का निर्माण कर रहे हैं जो जल्द ही बड़े पर्दे पर रिलीज होगी।