Edited By Updated: 01 Oct, 2016 08:02 PM
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी का लाख दम भरे लेकिन आए दिन उसके दावों की पोल खुल रही है।
पपरोला: प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी का लाख दम भरे लेकिन आए दिन उसके दावों की पोल खुल रही है। इसका ताजा उदाहरण बैजनाथ सिविल अस्पताल में देखने को मिला है, जहां पर मैडीकल सुविधाओं की कमी के चलते एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक वीरवार देर रात ब्यासा देवी (80) को जख्मी हालत में बैजनाथ से टांडा रैफर किया गया था लेकिन समय पर एंबुलैंस के न पहुंचने व उसमें ऑक्सीजन किट न होने के चलते बुजुर्ग महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
ब्यासा देवी के नाती चिराग अवस्थी ने बताया कि वह ब्यासा देवी को बैजनाथ स्थित अस्पताल में वीरवार शाम 8 बजे लेकर आए थे। डाक्टर ने उन्हें टीएमसी के लिए रैफर कर दिया। इसके बाद 108 पर फोन करने पर एम्बुलैंस ड्राइवर ने कहा कि अभी वह खाना खा रहा है इसलिए नहीं आ सकता लेकिन बाद में 108 एम्बुलैंस से आए ड्राइवर ने एम्बुलैंस खराब होने की बात कही।
चिराग ने बताया कि उन्होंने डाक्टर से ब्यासा देवी को निजी वाहन में ले जाने की बात कही तो डाक्टर ने कहा कि उन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है इसलिए एम्बुलैंस ही सही रहेगी, काफी देर बाद एम्बुलैंस घायल बुजुर्ग को लेने बैजनाथ अस्पताल पहुंची लेकिन उसमें ऑक्सीजन सिलैंडर ही नहीं था, फिर भी ब्यासा देवी के परिजन उन्हें उसी एम्बुलैंस में लेकर टांडा के लिए जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. राकेश ने बताया कि उन्होंने स्वयं मरीज को देखा था व उस दौरान मरीज की हालत काफी नाजुक थी जिसके बाद उन्हें टांडा रैफर किया गया था लेकिन 108 एम्बुलैंस में आई तकनीकी खराबी के बाद मरीज को अस्पताल की छोटी एम्बुलैंस में ले जाया गया लेकिन उसमें ऑक्सीजन किट नहीं थी, इस बारे मुझे कोई जानकारी नहीं है। वहीं सीएमओ कांगड़ा आरएस राणा ने कहा कि इस मामले में मृतका के परिजनों की ओर से कोई भी लिखित शिकायत नहीं की गई है, इतना ज़रूर है कि किसी ने फोन पर मामले बारे बात की थी।