Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Dec, 2017 02:54 PM
24 अक्तूबर को लाहौल घाटी के दौरे पर निकले राजा घेपन का दौरा अभी भी जारी है। यहां आस्था के आगे बर्फीला तूफान भी हार गया है। सैंकड़ों देवलू अभी भी राजा घेपन की परिक्रमा में शामिल हैं। बर्फ के फाहों के बीच देवलू व कारकून देवता संग घर-घर की परिक्रमा कर...
मनाली (सोनू): 24 अक्तूबर को लाहौल घाटी के दौरे पर निकले राजा घेपन का दौरा अभी भी जारी है। यहां आस्था के आगे बर्फीला तूफान भी हार गया है। सैंकड़ों देवलू अभी भी राजा घेपन की परिक्रमा में शामिल हैं। बर्फ के फाहों के बीच देवलू व कारकून देवता संग घर-घर की परिक्रमा कर रहे हैं। ग्रामीण भी बर्फ के फाहों के बीच अपने आराध्य देव का स्वागत कर रहे हैं।
2 दिन से घाटी में हो रही बर्फबारी भी देवलुओं का उत्साह नहीं कर पाई कम
आस्था के अनुसार उम्मीद जाहिर की गई थी कि राजा घेपन के देवालय में प्रवेश करने के बाद ही बर्फबारी गति पकड़ेगी, लेकिन इस बार राजा के दौरे के दौरान बर्फबारी हुई है। गौर हो कि राजा घेपन हर तीसरे साल लाहौल घाटी की परिक्रमा करते हैं और उदयपुर के मडग्रां तक लोगों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इस बार हालांकि राजा घेपन जाहलमा से ही अपनी यात्रा पूरी कर वापस लौट आए थे। राजा घेपन 5 दिसम्बर को घाटी के अंतिम गांव कोकसर पहुंच गए थे, लेकिन चन्द्रा घाटी का पूरा दौरा करने के बाद वीरवार को अपने देवालय में प्रवेश करेंगे। 2 दिन से घाटी में हो रही बर्फबारी भी देवलुओं का उत्साह कम नहीं कर पाई है।
आज करेंगे देवता देवालय में प्रवेश
देवलू माइनस तापमान में भी परिक्रमा में डटे हुए हैं। राजा घेपन के गुर टशी ने बताया कि 14 दिसम्बर को आराध्य देव अपने देवालय में प्रवेश कर जाएंगे। उन्होंने बताया कि राजा घेपन अब 3 साल बाद लाहौल घाटी की परिक्रमा करेंगे।