Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Feb, 2018 08:47 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र से पहले कांग्रेस एवं भाजपा आमने-सामने आ गए हैं। सत्र से पहले दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
शिमला (विकास शर्मा): हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र से पहले कांग्रेस एवं भाजपा आमने-सामने आ गए हैं। सत्र से पहले दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। बजट सत्र में सरकार को किन मुद्दों पर घेरना है इसके संकेत विपक्षी दल कांग्रेस ने अभी से दे दिए हैं। शिमला ग्रामीण के कांग्रेसी विधायक ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। बजट सत्र से पहले विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है और पिछली सरकार के निर्णयों को बदलने की सूरत में आंदोलन की चेतवानी दी है।
केंद्र से कितना आया पैसा, मुख्यमंत्री जारी करें स्वेत पत्र
शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जहां भी जा रहे हैं पिछली कांग्रेस सरकार को कोस रहे हैं। हर जगह कह रहे हैं कि प्रदेश में खराब आर्थिक स्थिति के लिए वीरभद्र सिंह सरकार जिम्मेदार है। सरकार को बने 2 माह का समय हो चुका है केंद्र से कितना पैसा आया इसे लेकर मुख्यमंत्री स्वेत पत्र जारी करें तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार कांग्रेस सरकार द्वारा दूरदराज क्षेत्रों में खोले गए संस्थानों को बंद करने की तैयारी कर रही है जो गलत है क्योंकि जंजैहली का विरोध भी सरकार के गलत निर्णयों का नतीजा है।
बदले की भावना से कार्य हुआ तो सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है की यदि सरकार बदला बदली की भावना से कार्य करेगी तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी और अपना विरोध दर्ज करेगी। यदि सरकार जनता के हितों के लिए कार्य करेगी तो उसका समर्थन किया जाएगा यदि पिछली सरकार के जनहित में लिए गए निर्णय को बदला गया तो उसका विरोध किया जाएगा। उन्होंने पी.एन.बी. घोटाले को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा और सरकार से जबाबतलब किया।