Edited By Updated: 21 Jan, 2017 03:37 PM
लंबे अर्से से मांगों की ओर ध्यान न देने पर शुक्रवार को स्कीम वर्कर्ज यूनियनों के सैंकड़ों कर्मी जिला मुख्यालय नाहन में हड़ताल पर बैठे।
नाहन: लंबे अर्से से मांगों की ओर ध्यान न देने पर शुक्रवार को स्कीम वर्कर्ज यूनियनों के सैंकड़ों कर्मी जिला मुख्यालय नाहन में हड़ताल पर बैठे। जिला की आंगनबाड़ी, मिड-डे मील व आशा वर्कर्ज बस अड्डा नाहन में एकत्रित हुए और उसके बाद सभी सीटू के बैनर तले नारेबाजी करते हुए डी.सी. कार्यालय पहुंचे और मांगों को लेकर ज्ञापन डी.सी. की मार्फत सरकार को भेजा। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां महंगाई को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं मजदूरों के वेतन में कोई बढ़ौतरी नहीं हो रही है। वर्तमान में मजदूरों सहित स्कीम कर्मियों को मामूली वेतन मिल रहा है। इसके अलावा श्रम कानूनों का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। इससे पूर्व जिला महासचिव राजेंद्र ठाकुर, आंगनबाड़ी यूनियन नाहन अध्यक्ष पूनम शर्मा, महासचिव दीपा कुमारी, मिड-डे मील से ममता शर्मा, मोती राम व अनीता शर्मा ने भी अपने विचार रखे और सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने की गुहार लगाई।
हड़ताल में ये उठाई मांगें
1. 2015-16 के बजट में सरकार द्वारा की गई आंगनबाड़ी वर्कर्ज व हैल्पर के मानदेय में 50 प्रतिशत बढ़ौतरी की घोषणा को लागू किया जाए।
2. मिड-डे मील वर्कर्ज के मानदेय में केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2013 से की गई 2000 रुपए की बढ़ौतरी की घोषणा को लागू किया जाए।
3. आंगनबाड़ी वर्कर्ज-हैल्पर्ज को हरियाणा की तर्ज पर क्रमश: 7500 व 4000 रुपए मासिक वेतन दिया जाए।
4. मिड-डे मील वर्कर्ज को 12 माह का वेतन व सभी अवकाश प्रदान किए जाएं।
5. डाईट काऊंसलर की भर्ती व मिड-डे मील वर्कर्ज छंटनी पर रोक लगाई जाए।
6. सभी महिला वर्कर्ज को 180 दिन का प्रसूति अवकाश प्रदान किया जाए।
7. निजीकरण, ठेकाकरण व अंशकालीन प्रथा पर रोक लगाई जाए।
8. एन.आर.एच.एम. के शेष रुपयों का भुगतान जल्द किया जाए।
9. सभी स्कीम वर्कर्ज को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।
10. 45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू किया जाए।