Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 May, 2017 06:39 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने शुक्रवार को दिवंगत आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह के साथ पूर्व सदस्य मूल राज पाधा को श्रद्धांजलि दी।
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने शुक्रवार को दिवंगत आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह के साथ पूर्व सदस्य मूल राज पाधा को श्रद्धांजलि दी। कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने सदन को आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह और पूर्व विधायक मूलराज पाधा के निधन की जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सदन में सबसे पहले शोकोद्गार व्यक्त किए। इसी तरह सत्ता पक्ष की तरफ से सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स, स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, परिवहन मंत्री जी.एस. बाली, विधायक कुलदीप कुमार और राकेश कालिया ने शोकोद्गार व्यक्त किए। विपक्ष की तरफ से नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, विधायक गुलाब सिंह ठाकुर, महेश्वर सिंह, सतपाल सिंह सत्ती और गोबिंद सिंह ठाकुर ने शोकोद्गार व्यक्त किए, साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सदन में कुछ देर मौन भी रखा गया।
सभी का सम्मान करते थे कर्ण सिंह
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शोकोद्गार लाते हुए कहा कि आयुर्वेद व सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह का निधन 12 मई, 2017 को 59 वर्ष की आयु में हुआ। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक मूलराज पाधा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि कर्ण सिंह का व्यक्तित्व मृदु भाषी व मिलनसार था। वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करते थे तथा सभी का सम्मान करते थे। उन्होंने पूर्व विधायक मूलराज पाधा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया तथा उनके कार्यों की सराहना की।
हंसमुख व अच्छे इंसान के रूप में थी पहचान
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कर्ण सिंह के निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। उनकी राजनीति में हंसमुख व अच्छे इंसान के रूप में पहचान थी। वर्ष, 1977 में वह भाजपा में शामिल हुए थे। उनको अपने जीवनकाल में कई पुरस्कार भी मिले। उन्होंने कहा कि वर्ष, 2009 में वह कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्हें अच्छे, ईमानदार व स्पष्टवादी राजनीतिज्ञ के तौर पर याद किया जाएगा। विधायक गुलाब सिंह ने कर्ण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमने क्राऊन प्रिंस ऑफ हाऊस को खो दिया है। उन्होंने पूर्व विधायक मूलराज पाधा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया।
कर्ण सिंह को याद कर भर आया स्टोक्स का गला
परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने कहा कि कर्ण सिंह के निधन से पूरे प्रदेश में सन्नाटा छा गया था। उन्होंने मूलराज पाधा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी थे तथा जिला कांगड़ा के पार्टी के अध्यक्ष भी रहे। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स ने कहा कि कर्ण सिंह को राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। शोक व्यक्त करते हुए स्टोक्स का गला भी भर आया। उन्होंने मूल राज पाधा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। विधायक सतपाल सिंह सत्ती, विधायक कुलदीप कुमार, विधायक गोबिंद सिंह ठाकुर व राकेश कालिया ने भी दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि दी। विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने भी दोनों नेताओं के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
परिवार के लाडले थे कर्ण सिंह : महेश्वर
विधायक तथा पूर्व मंत्री स्व. कर्ण सिंह के बड़े भाई महेश्वर सिंह ने कहा कि कर्ण सिंह उन विभूतियों में से एक थे जो राजनीति में अपनी गहरी छाप छोड़ गए। उन्होंने कहा कि कर्ण सिंह का जन्म 14 अक्तूबर, 1957 को जिला कुल्लू के रघुनाथपुर के कस्बे में हुआ था। वह परिवार में सबसे छोटे थे इसलिए माता-पिता और दादा-दादी सभी के लाडले थे। उनके 2 बच्चे हुए जिसमें से बड़े बेटे का वर्ष 2010 में सड़क हादसे में निधन हो गया। इसके बाद कर्ण सिंह की प्रवृत्ति में बदलाव आया। पुत्र की मौत के गम में वह इतना गमगीन हो गए कि उससे बाहर ही नहीं निकल पाए। महेश्वर सिंह ने कहा कि कर्ण सिंह गरीबों की सेवा में हमेशा तत्पर रहते थे। उन्होंने कहा कि उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उनकी अंतिम यात्रा में कुल्लू व प्रदेश ही नहीं हजारों की संख्या में लोग बाहरी राज्यों से भी आए। उन्होंने कहा कि उनकी 88 वर्षीय बूढ़ी मां है। उन पर क्या गुजर रही होगी, यह भगवान ही जानता है। उन्होंने मूल राज पाधा के निधन पर भी शोक जताया।