Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Jul, 2017 01:44 AM
विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर टॉय ट्रेन में सफर और अधिक मनोरम होगा। उत्तर रेलवे ने योजना बनाई है कि टॉय ट्रेन के साथ विस्टाडोम कोच जोड़े जाएंगे।
शिमला: विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर टॉय ट्रेन में सफर और अधिक मनोरम होगा। उत्तर रेलवे ने योजना बनाई है कि टॉय ट्रेन के साथ विस्टाडोम कोच जोड़े जाएंगे। विस्टाडोम कोच शीशे के होंगे, जिससे टॉय ट्रेन में सफर करने वाले यात्री ट्रेन से बाहर हसीन वादियों का दृश्य आसानी से देख सकेंगे। शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर टॉय ट्रेन के साथ विस्टाडोम कोच जोडऩे की प्रक्रिया अभी प्रारंभिक दौर में है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार विस्टाडोम कोच कालका स्थित वर्कशॉप पर ही निर्मित किए जाएंगे। अभी फिलहाल विस्टाडोम कोच के निर्माण की प्रक्रिया ड्राइंग बोर्ड स्टेज पर है।
शुरूआत में 1-2 विस्टाडोम कोच किए जाएंगे निर्मित
योजना के अनुसार शुरूआत में 1-2 ही विस्टाडोम कोच निर्मित किए जाएंगे। इस कोच में बड़े आकार के शीशे की खिड़कियां लगाई जाएंगी जोकि इस विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर टॉय ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव रहेगा। शुरूआत में यह कोच ट्रायल आधार पर शुरू किया जाएगा और कोच के सफल रहने पर यदि यात्रियों को इस कोच में सफर करना पसंद आया तो फिर इस तरह के और कोच निर्मित किए जाएंगे।
ऑन डिमांड बुकिंग होने पर लगाया जाएगा विस्टाडोम कोच
बता दें कि ट्रॉय ट्रेन में विस्टाडोम कोच ऑन डिमांड बुकिंग होने पर ही लगाया जाएगा। अभी इस कोच में सफर करने को लेकर किराया तय नहीं किया है। योजना है कि विस्टाडोम कोच 18 सीटों वाला तैयार किया जाएगा। विस्टाडोम कोच की ड्राइंग स्वीकृति के लिए मुख्यालय भेज दी गई है। अभी यह तय नहीं है कि यह विस्टाडोम कोच शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर कब से चलना शुरू होंगे लेकिन उम्मीद है कि इस तरह के कोच टॉय ट्रेन के साथ जुडऩे पर बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा।
विशाखापट्टनम मेें ग्लास रूफ कोच सहित चलाई ट्रेन
रेलवे ने 2 माह पूर्व ही ट्रेन के साथ ग्लास रूफ कोच लगाकर ट्रेन शुरू की है। इसी तर्ज पर अब शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर विस्टाडोम कोच लगाकर ट्रेन चलाने की योजना तैयार की गई है। सूचना के अनुसार टॉय ट्रेन के साथ लगाए जाने वाले विस्टाडोम कोच की लागत 3.38 करोड़ रुपए होगी। यह कोच कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।