Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Mar, 2018 12:16 PM
तिब्बत के लोगों को गुलामी का दंश झेलते हुए आज 59 साल हो गए हैं। आजादी की चाह में तिब्बती महिला एसोसिएशन द्वारा अपनी 59वीं वर्षगांठ पर सोमवार को सैंकड़ों की संख्या में तिब्बती महिलाओं व स्कूली छात्राओं ने मैक्लोडगंज से धर्मशाला तक चीन सरकार के खिलाफ...
धर्मशाला : तिब्बत के लोगों को गुलामी का दंश झेलते हुए आज 59 साल हो गए हैं। आजादी की चाह में तिब्बती महिला एसोसिएशन द्वारा अपनी 59वीं वर्षगांठ पर सोमवार को सैंकड़ों की संख्या में तिब्बती महिलाओं व स्कूली छात्राओं ने मैक्लोडगंज से धर्मशाला तक चीन सरकार के खिलाफ रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान इन महिलाओं ने चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। रैली में भारी संख्या में वृद्ध तिब्बती महिलाओं ने भी भाग लिया। तिब्बती महिलाओं ने कहा कि अगर चीन एक अच्छा शासक चाहता है तो उसे तिब्बत में तिब्बतियों के खिलाफ अपनी दमनकारी नीतियों को बंद करना होगा तथा तिब्बत देश को आजाद करना होगा।
शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में बढ़ौतरी हुई
अपने संबोधन में तिब्बती महिला एसोसिएशन की अध्यक्ष डोलमा यंगछिंन ने कहा कि हम सामूहिक तौर पर कहना चाहते हैं कि अधिपत्य का जो वर्तमान स्वरूप तिब्बत में है, तिब्बत उससे असंतुष्ट है तथा कठोर नीतियों एवं उद्देश्यों के बावजूद भारी संख्या में विद्रोही व कभी कम न होने वाला जोश उभर कर सामने आया है तथा नतीजतन आत्मदाह व शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में बढ़ौतरी हुई है। उन्होंने कहा कि हम चीन से आह्वान करते हैं कि पिछले 60 वर्षों के दौरान उसकी तिब्बत के ऊपर नीतियां पूर्णतया विफ ल रही हैं।