Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Nov, 2017 05:13 PM
जिला कांगड़ा से गुजरने वाली एक मात्र रेलवे लाइन तथा उस पर चलने वाली नैरोगेज गाड़ियां ...
नगरोटा सूरियां : जिला कांगड़ा से गुजरने वाली एक मात्र रेलवे लाइन तथा उस पर चलने वाली नैरोगेज गाड़ियां आजादी के 70 वर्ष बाद भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं तथा सवारियों के लिए भारी परेशानी का सबब बनी हुई हैं। आलम यह है कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता को बुलेट ट्रेन का सपना दिखा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अंग्रेजों के जमाने की बिछी पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे लाइन पर रेलवे मंत्रालय न तो नियमित गाडिय़ों को चला पा रहा है तथा न ही स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाएं हैं।
गाड़ी को तुरंत चालू करने की मांग
स्पेल पंचायत के समाजसेवी कृष्ण भारद्वाज ने बताया कि आज अचानक ही विभाग ने सुबह 7 बजे पठानकोट से जोङ्क्षगद्रनगर जाने वाली गाड़ी को बंद कर दिया जिसकी कोई सार्वजनिक सूचना न होने के कारण प्रत्येक स्टेशन पर यात्रियों को परेशान होने पड़ा। उन्होंर्न गाड़ी को तुरंत चालू करने की मांग की है। इस बारे उत्तर रेलवे मंडल कार्यालय फिरोजपुर के डी.आर.एम. ने कहा कि डिब्बों की कमी के चलते गाड़ी को 15-20 दिन के लिए स्थगित किया है।