Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Dec, 2017 09:11 PM
ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान हर वर्ष प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों की 100 लड़कियों को प्रत्येक वर्ष फ्री शिक्षा मुहैया करवाएगा। वहीं उनके रोजगार के लिए उन्हें एक-एक सिलाई मशीन भी देगा। यह शब्द जी.एम.वी.एस.एस. के राष्ट्रीय...
धर्मशाला: ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान हर वर्ष प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों की 100 लड़कियों को प्रत्येक वर्ष फ्री शिक्षा मुहैया करवाएगा। वहीं उनके रोजगार के लिए उन्हें एक-एक सिलाई मशीन भी देगा। यह शब्द जी.एम.वी.एस.एस. के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शबाब आलम डी.आर.डी.ए. भवन धर्मशाला में आयोजित एक दिवसीय सैमिनार के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि ये गौरव का विषय है कि हिमाचल में भी उन्हें काम करने का अवसर मिला है। हालांकि इसके लिए काफी जद्दोजहद अवश्य करनी पड़ी है। उन्होंने सैमिनार में उपस्थित प्रदेश के कोने-कोने से उपस्थित हुए शिक्षाविद् को ग्रामीण मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान के बारे में अवगत करवाया और कहा कि हिमाचल की भौगोलिक कठिनता व आर्थिक परिस्थितियों के कारण शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों तक पहुंच बनाएगा व शारीरिक रूप से अक्षम विद्यार्थियों को शिक्षित करने की दिशा में नई-नई तकनीकें अपनाएगा।
इस कार्यक्रम में जी.एम.वी.एस.एस. के डायरेक्टर जनरल सुशील धीमान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से कांफ्रेंस में शरीक होने शिक्षाविद लोगों का आभार व्यक्त किया और जी.एम.वी.एस.एस. को लाने में आई दिक्कतों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बोर्ड को खड़े करने के लिए उन्हें अलग से लॉ भी बनाना पड़ा है। जिसमें कई बोर्डों के लॉ का मिश्रण किया गया और उसमें चेयरमैन का अहम योगदान रहा है। इस मौके पर प्रदेश के राज्य समन्वयक राजन राजवाल ने जहां चेयरमैन का कांफ्रेंस में पहुंचने का स्वागत किया, वहीं प्रदेश में शिक्षा ग्रहण करने में आने वाली अन्य कठिनाईयों से भी उन्हें अवगत करवाया।