Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Mar, 2018 01:53 PM
सरकार हर क्षेत्र को शौचमुक्त करने व वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पंचायत, ब्लाक और जिला स्तर पर विशेष योजनाएं चला रही है जिसके तहत पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं लेकिन वास्तव में स्वच्छता व खुला शौचमुक्त को लेकर लोग अभी तक पूरी तरह से जागरूक नहीं...
काईस : सरकार हर क्षेत्र को शौचमुक्त करने व वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पंचायत, ब्लाक और जिला स्तर पर विशेष योजनाएं चला रही है जिसके तहत पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं लेकिन वास्तव में स्वच्छता व खुला शौचमुक्त को लेकर लोग अभी तक पूरी तरह से जागरूक नहीं हो पाए हैं। गांवों और कस्बों में गंदगी बरकरार है। वहीं जिला के कई पर्यटन स्थलों में सुलभ शौचालय नहीं हैं जिसके चलते लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसे बिजली महादेव क्षेत्र की अनदेखी कहें या फिर सरकार व विभाग की कमजोरी कि यहां देश-विदेश से हजारों पर्यटक पहुंचते हैं लेकिन लोगों की सुविधा के लिए शौचालय का न होना क्षेत्र की अनदेखी को दर्शाता है।
महिलाओं को झेलनी पड़ती है परेशानी
ऐसे में सरकार व संबंधित विभाग पर्यटन स्थलों में मूलभूत सुविधा देने में असफल हो गए हैं। खासकर महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ती है। सुलभ शौचालय न होने से लोगों को यहां-वहां निवृत्त होना पड़ता है। यहां न तो वन विभाग और न ही पर्यटन विभाग सुलभ शौचालय का निर्माण करने में रुचि दिखा रहा है। हालांकि सरकार व संबंधित विभाग पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने का दावा करते हैं लेकिन यहां ये दावे हवा-हवाई साबित हो गए हैं।