Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Sep, 2017 04:47 PM
हिमाचल में बरसात के दौरान फैलने वाली स्क्रब टाइफस बीमारी महामारी का रूप धारण कर रही है।
शिमला: हिमाचल में बरसात के दौरान फैलने वाली स्क्रब टाइफस बीमारी महामारी का रूप धारण कर रही है। इससे शिमला के आई.जी.एम.सी. में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। 7 लोगों की पहले मौत हो चुकी है जबकि 3 लोगों की मंगलवार शाम मौत हुई है। आई.जी.एम.सी. के चिकित्सक अधीक्षक डा. रमेश चंद ने इसकी पुष्टि की है। इससे मरीजों में दहशत फैल गई है।
स्क्रब टाइफस ने इनकी ली जान
अस्पताल प्रशासन का दावा है कि इससे निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम हैं। इस बीमारी से राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कॉलेज टांडा में एक 7 साल के बच्चे और आई.जी.एम.सी. में 3 लोगों की मौत हुई है। आई.जी.एम.सी. में शिमला के 49 वर्षीय प्रताप सिंह, कुल्लू के 52 वर्षीय कृष्ण, कुल्लू की ही बंगलू देवी 65 वर्षीय की स्क्रब टाइफस के कारण मौत हुई है। अकेले आई.जी.एम.सी. में ही इस वर्ष स्क्रब टाइफस के 250 मामले पॉजीटिव आए हैं।
क्या है स्क्रब टाइफस
यह बीमारी एक विशेष बैक्टिरिया रिकेटेशिया के काटने से फैलती है। जो खेतों, झाड़ियों और घास में रहने वाले चूहों में पनपता है, फिर चमड़ी के काटने से लोगों को अपनी चपेट में लेती है। जिससे तेज बुखार आता है। समय पर इलाज न मिल पाने की सूरत में पीड़ित की मौत हो जाती है।