Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Jan, 2018 11:58 PM
भाजपा सरकार में एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) का पद खासी चर्चाओं में है।
शिमला: भाजपा सरकार में एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) का पद खासी चर्चाओं में है। इसका मुख्य कारण उक्त पद पर 9 दिन के भीतर तीसरे अधिकारी की तैनाती किया जाना है। सरकार ने पहले बीते 16 जनवरी को उक्त पद पर तैनात भगत सिंह ठाकुर को बदलकर पुलिस मुख्यालय में एस.पी. लीव रिजर्व लगाया। इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय में ए.एस.पी. लीव रिजर्व के पद पर तैनात भूपिंद्र सिंह नेगी को ए.एस.पी$ सी.आई. डी. (इंटैलीजैंस) लगाया था।
सरकार ने नेगी को एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) पोस्ट के अगेंस्ट नियुक्ति दी थी। इसी बीच बीते दिन 22 जनवरी को सरकार ने अपने ही फैसले को पलटते हुए लीव रिजर्व पुलिस मुख्यालय लगाए गए भगत सिंह ठाकुर को ही फिर से एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) लगाया और एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) के रिक्त पद पर तैनात किए गए भूपिंद्र सिंह नेगी को वापस पुलिस मुख्यालय भेजा गया लेकिन इस फैसले को एक दिन बाद सरकार ने फिर पलट दिया।
इसी कड़ी में मंगलवार को सरकार ने फिर एक अधिसूचना जारी की है। इसके तहत सरकार ने भगत सिंह ठाकुर को उक्त पद से हटाते हुए वर्ष 2005 बैच के एच.पी.एस. अधिकारी संदीप भारद्वाज को एस.पी. सी.आई.डी. (इंटैलीजैंस) लगाया है। भगत सिंह ठाकुर को सरकार ने संदीप भारद्वाज के स्थान पर पुलिस मुख्यालय में एस.पी. वैल्फेयर लगाया है। यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी।