Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Nov, 2017 03:56 PM
गुड़िया रेप और मर्डर प्रकरण के बाद उसके परिवार वालों को जहां उसकी लाश मिली थी, वहां पर पूजा और हवन करवाया था। इसके दो प्रमुख कारण भी रहे हैं। अपर शिमला के लोगों में अपने देवी-देवताओं के प्रति गूढ़ आस्था है। वह ये लोग अपनी पुरानी परंपराओं को निभाते...
शिमला: गुड़िया रेप और मर्डर प्रकरण के बाद उसके परिवार वालों को जहां उसकी लाश मिली थी, वहां पर पूजा और हवन करवाया था। इसके दो प्रमुख कारण भी रहे हैं। अपर शिमला के लोगों में अपने देवी-देवताओं के प्रति गूढ़ आस्था है। वह ये लोग अपनी पुरानी परंपराओं को निभाते चले आ रहे हैं। अपर शिमला में प्रत्येक गांव वालों के अपने कुल देव और कुल देवियां होते हैं। अपने देवता की नाराजगी को दूर करने के लिए वे कई प्रकार के अनुष्ठान करवाते रहते हैं।
लोगों का कहना है कि गुडिय़ा की आत्मा की शांति के लिए उसके परिजनों ने वहां पर पूजा अर्चना करवाई थी। वहीं कुछ लोगों का कहना यह भी है कि इस क्षेत्र के जंगल में एक भूत रहता है जो बुराई करने वालों को कभी भी नहीं छोड़ता है। लोग इसे भी देवता के रूप में पूजते हैं। अपर शिमला के लोग ये भी कहते हुए सुने गए हैं कि आने वाले दिनों में जो गुडिय़ा रेप और मर्डर के सही मायने में दोषी हैं उनके परिवार सहित उन दोषियों को अंत खूद ही हो जाएगा।
चार जुलाई को स्कूल से दसवीं की छात्रा घर के लिए निकली लेकिन वे घर नहीं पहुंच पाई। दो दिन तक उसके परिजन उसे तलाशते रहे लेकिन उसका कोई पता नहीं लग पाया। छह जुलाई की सुबह दांदी जंगल के हलाइला गांव के पास उसकी लाश मिली थी।
लोगों का कहना है कि दांदी जंगल में वे देवता(भूत) रहा हैं जो गुड़िया से रेप और हत्या करने वालों को नहीं छोडऩे वाले हैं। लोगों का कहना है कि इस देवता ने इससे पहले बुरा कर्म करने वालों को नहीं छोड़ा था। अब लोग कह रहे हैं कि गुड़िया को खुद ही न्याय मिल जाएगा।