Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Sep, 2017 10:22 AM
यहां स्कूलों में नौनिहालों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
रामपुर बुशहर: यहां स्कूलों में नौनिहालों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। मामला शिमला जिला के रामपुर का है। दरअसल रामपुर के प्राथमिक स्कूलों में जूनियर अध्यापकों के 52 पद खाली हैं जो इन नौनिहालों के भविष्य पर भारी पड़ रहे हैं। रामपुर के दुर्गम क्षेत्रों कोटी, कवाधार, पैलन व करांगला में अध्यापकों के पद खाली होने पर डेपोटेशन में अध्यापकों को भेजा जा रहा है। इसके अलावा बाली, काशपाट, कुहल, बतुना, मढोग, पैलन, एम. बाहली, थड़ा, मतैना, जगोतिधार व मराला में करीब 10 अध्यापकों के पद खाली हैं, वहीं ननखरी में 12 पद जे.बी.टी. अध्यापक व 2 मुख्य अध्यापकों के खाली हैं। करांगला, छलारू स्कूलों मे डेपोटेशन पर एक ही अध्यापक को भेजा जा रहा है, वहीं डी.एस. नूनू में मुख्याध्यापक नहीं हैं।
अध्यापकों के 24 पद खाली
खनोल, दरोती, बगलती, रैवला, ढारधार, कुलोधार, कुलत, नीनू, क्रांती व नीपू पंडाधार शामिल हैं। इसके अलावा प्रदेश प्राथमिक शिक्षा विभाग के सराहन खंड में अध्यापकों के करीब 24 पद खाली हैं, ऐसे में अध्यापकों को भारी परेशानी हो रही है। इनमें स्कूलों में खुन्नी, भगावाट, सरपारा, कनाधार, सेरी, खोटना, मुडवा, शिलाबाड़ी, कावधार, बड़ाबन, कूट, मुलगी, धारला, कोटी, फांचा, नंती, जगोघी, शाह टू, नीनवी, छलारू व सुरू शामिल है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अध्यापकों के खाली पदों को लेकर प्रदेश शिक्षा विभाग को समय-समय पर सूचना दी जाती है लेकिन अभी तक अध्यापकों के खाली पदों को भरने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। प्रदेश प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक मनमोहन शर्मा ने बताया कि शीघ्र ही खाली पदों को भरा जाएगा।