Edited By Updated: 30 Apr, 2017 03:18 PM
हिमाचल प्रदेश में प्रतिस्पर्धा के इस दौर में जहां मोबाइल कंपनियां एक से एक बढ़कर बेहतर सेवाएं दे रही हैं, वहीं बी.एस.एन.एल...
ऊना : हिमाचल प्रदेश में प्रतिस्पर्धा के इस दौर में जहां मोबाइल कंपनियां एक से एक बढ़कर बेहतर सेवाएं दे रही हैं, वहीं बी.एस.एन.एल. की सेवाएं पहले से भी ज्यादा खराब हो रही हैं। अपने नैटवर्क को सुदृढ़ करने की बजाय इसमें लगातार गिरावट आ रही है। हालात ये हैं कि लोग धड़ाधड़ अपने बी.एस.एन.एल. नंबर को दूसरी कंपनियों में पोर्ट कर रहे हैं। बी.एस.एन.एल. के नम्बर पर कॉल करना बेहद कठिन काम है। फुल सिग्नल के बावजूद नॉट रीचेबल या फिर स्विच ऑफ के संदेश सुनने को मिलते हैं। करीब 5-6 एवरेज कॉलिंग के बाद ही नम्बर लगता है।
BSNL का नैटवर्क कमजोर
कॉल ड्रॉप आऊट दर भी काफी अधिक है। कोई समय था जब हर जगह बी.एस.एन.एल. की लैंडलाइन या मोबाइल सेवा ही मौजूद थी लेकिन इसमें निरंतर आ रही गिरावट की वजह से दूसरी निजी कंपनियों ने ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। जिला भर में बी.एस.एन.एल. का नैटवर्क भी काफी कमजोर है। बॉर्डर एरिया पर तो समस्या बेहद गंभीर है। बॉर्डर पर रहने वाले लोगों के लिए पंजाब से सिग्नल मिलता है जबकि हिमाचल के सिग्नल से बात ही नहीं हो पाती है। बी.एस.एन.एल. में शिकायत कहां की जाए, इसको लेकर भी इसके उपभोक्ता दुविधा में हैं। एक तरफ निजी कंपनियां 4जी सेवाएं दे रही हैं तो बी.एस.एन.एल. अभी भी 2जी और 3जी सेवाओं तक ही सीमित रह गई है।