Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 May, 2017 11:06 AM
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू की शांत वादियों का सन्नाटा दुष्कर्म की बढ़ती वारदातों से तार-तार हो गया है। ...
कुल्लू : हिमाचल प्रदेश में कुल्लू की शांत वादियों का सन्नाटा दुष्कर्म की बढ़ती वारदातों से तार-तार हो गया है। जिला में बढ़ती दुष्कर्म की वारदातों से लोग सदमे में हैं। सात समंदर पार से सैर-सपाटा करने आई विदेशी महिला सैलानी तक को ऐसी घिनौनी वारदात से बचाया न जा सका। जगतसुख के पास विदेशी युवती के साथ हुई दुष्कर्म की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की रात्रि गश्त पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए थे। कुछ साल पहले मनाली में ट्रक में भी विदेशी युवती को दुष्कर्म की वारदात का शिकार बनाया गया।
खुलेआम घूमना समाज के लिए घातक
अब 29 अप्रैल को भुंतर में हुई नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद उसकी निर्मम हत्या की घटना ने तो देवभूमि में दरिंदगी की तमाम हदों को ही लांघ दिया। पुलिस महकमे की फाइलों पर निगाहें दौड़ाएं तो अकेले वर्ष 2016 में ही दुष्कर्म की 17 वारदातें कुल्लू जिला के विभिन्न पुलिस थानों के अंतर्गत हुईं। वर्ष 2017 में अप्रैल माह तक दुष्कर्म की 4 घटनाएं हुईं। इस बात को लेकर भी पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में है कि लोग किसी नाबालिग लड़की को ले जा रहे हैं और दुष्कर्म के बाद उसे मौत के घाट उतारकर निकल रहे हैं। लोगों का कहना है कि महीना बीतने को आया लेकिन अभी तक वारदात को अंजाम देने वालों का खुलेआम घूमना समाज के लिए घातक माना जा रहा है।
विदेशी युवती के साथ दुष्कर्म की कोशिश
पूर्व में दुष्कर्म की ऐसी कई दिल दहला देने वाली वारदातें हुई हैं। कसोल के समीप विदेशी युवती को लिफ्ट देकर दुष्कर्म की कोशिश व ब्रेहिण के जंगल में दुष्कर्म के बाद युवती को जिंदा जलाए जाने की घटनाओं सहित अन्य कई वारदातों को लोग अभी भूले नहीं हैं। हाथीथान में युवती को कई दिन बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म के साथ अन्य शारीरिक यातनाओं की दिल दहला देने वाली वारदात को लोग कैसे भूल सकते हैं। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस विभाग की टीमें लगातार गश्त पर रहें और सही तरीके से काम करें तो महिलाओं सहित सभी लोगों का जीवन सुरक्षित रहेगा।