Edited By Updated: 03 Apr, 2017 06:47 PM
पारंपरिक देवता मेला सुंदरनगर में नाग धमुनी करसोग ने 80 साल बाद शिरकत की। उनके मेला में पहुंचने पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
सुंदरनगर (नितेश सैनी) : पारंपरिक देवता मेला सुंदरनगर में नाग धमुनी करसोग ने 80 साल बाद शिरकत की। उनके मेला में पहुंचने पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। आजादी के बाद पहली बार राजशाही देवता ने सुकेत के पारंपरिक देवता मेला में अपने भक्तों को दर्शन दिए। देवता के पुजारी बी.आर. शर्मा ने बताया कि इस बार देवता स्वयं बोले कि मेला में जाएंगे। उन्होंने कहा कि देवता का आदेश सर्वोपरि है। देवता 150 देवलुओं संग सुकेत मेला में पहुंचे, वहीं देव बाला टिक्का हलेल ने भी मेला में 5 साल बाद शिरकत की। उनके आने पर भी भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। सुकेत सर्वदेवता कमेटी के प्रधान अभिषेक सोनी ने कहा कि आने वाले समय में प्राचीन परंपराओं के निर्वहन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
रियासतकालीन देवताओं को मेला में लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं, ताकि सुकेत देवता मेला को बचाया जा सके।
देवता पुजारी