Edited By Updated: 24 May, 2017 10:29 AM
कुछ मुख्यमंत्री को तो कुछ मुझे हटाना चाहते हैं। मैं ईमानदार हूं तो मुझे हाईकमान क्यों अध्यक्ष पद से हटाएगा।
शिमला: कुछ मुख्यमंत्री को तो कुछ मुझे हटाना चाहते हैं। मैं ईमानदार हूं तो मुझे हाईकमान क्यों अध्यक्ष पद से हटाएगा। पार्टी में 95 फीसदी कार्यकर्ता संगठन की कार्यप्रणाली से संतुष्ट हैं, सिर्फ 5 फीसदी लोग ही अफवाहों को हवा देने का काम कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह बात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अभी संगठनात्मक चुनाव टले नहीं हैं और चुनावी प्रक्रिया अभी चल रही है। संगठनात्मक चुनाव पार्टी हाईकमान के कहने पर ही टाले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय चुनाव प्रक्रिया सही दिशा में आगे बढ़ रही है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का यह बयान उस समय आया है, जब मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह नई दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मिलकर आए हैं, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर संगठनात्मक चुनाव को टालने का आग्रह किया है। उनके इस बयान ने मुख्यमंत्री के साथ चल रही तरकार में और हवा दी है।
मुख्यमंत्री संगठनात्मक चुनाव टालने के पक्ष में
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इस समय संगठनात्मक चुनाव को टालने के पक्ष में हैं। वे इस मामले को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं से उठा चुके हैं। उनका तर्क है कि विधानसभा चुनाव निकट होने के कारण इस समय संगठनात्मक चुनाव को टालना ही सही है। यदि संगठनात्मक चुनाव नहीं टाले जाते तो इससे चुनाव की तैयारियों पर असर पड़ेगा। इस तरह संगठनात्मक चुनाव को लेकर फिर से सत्ता एवं संगठन में तकरार सामने आई है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चुनाव करवाने के पक्षधर
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष संगठनात्मक चुनाव को करवाने के पक्षधर हैं। उनका कहना है कि चुनाव को पार्टी हाईकमान के आग्रह पर ही टाला जा सकता है। यानी वे नहीं चाहते कि संगठनात्मक चुनाव टले। इसके लिए उन्होंने बात पार्टी हाईकमान के पाले में डाल दी है। इसी तरह अपनी ईमानदारी की बात कहकर मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा है। यानी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर इस समय भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
संगठनात्मक स्तर पर मची हलचल
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पार्टी हाईकमान से मिलने के बाद संगठनात्मक स्तर पर हलचल मच गई है, ऐसे में यदि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से सुक्खू को हटाया जाता है, तो उनका स्थान मुख्यमंत्री का करीबी ही लेगा। इसमें एक नाम पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी का भी सामने आया है, जो पंजाब चुनाव की प्रभारी भी रही है। उनकी हाईकमान में पैंठ भी है और इस समय मुख्यमंत्री की करीबी भी हैं।
मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे पर यह थी चर्चा
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के दिल्ली दौरे के दौरान चर्चा थी कि उन्होंने सोमवार को पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार उन्होंने राहुल गांधी से सुक्खू को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने की मांग की। बताते चलें कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री के बीच काफी समय से तनातनी चली हुई है। मुख्यमंत्री सार्वजनिक जनसभाओं पर संगठन के काम पर उंगली उठा चुके हैं। यह भी बता दें कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर महासचिव और सचिव बदलने की तैयारी में है।