Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Jan, 2018 08:37 PM
पुलिस की एकतरफा कार्रवाई से क्षुब्ध ऊना जिला की स्टोन क्रशर एसोसिएशन ने रविवार से अपने क्रशर बंद करने का ऐलान किया है।
ऊना (सुरिन्द्र): पुलिस की एकतरफा कार्रवाई से क्षुब्ध ऊना जिला की स्टोन क्रशर एसोसिएशन ने रविवार से अपने क्रशर बंद करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन की बैठक शनिवार सायं जिला मुख्यालय ऊना में हुई, जिसकी अध्यक्षता कमल शर्मा ने की। इसमें जिलाभर के सभी स्टोन क्रशर प्रबंधकों ने हिस्सा लिया। एसोसिएशन ने इस बात पर ऐतराज जताया कि पुलिस जानबूझ कर इस उद्योग के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि वे तमाम कायदे कानूनों का पालन कर रहे हैं।
खटखटाया जाएगा न्यायालय का दरवाजा
एन.जी.टी. के दिशा-निर्देशों सहित खनिज विभाग की कड़ाई से दी गई शर्तों की अनुपालना के बावजूद पुलिस इस उद्योग को जानबूझ कर परेशान करने में जुटी हुई है। पुलिस की इस धक्केशाही के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि ट्रकों-टिप्परों के ड्राइवरों व सहायकों को 2 दिन तक बिना किसी वजह के पुलिस ने रिटेन किया है। न तो उन्हें कोई सुविधाएं दीं और न ही उन्हें सर्द रातों में रहने का कोई इंतजाम किया है। पुलिस के इस अत्यंत अमानवीय व्यवहार के खिलाफ शिकायत की जाएगी।
समझ से परे है पुलिस की अनावश्यक कार्रवाई
क्रशर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि लाखों रुपए का राजस्व प्रदेश सरकार को क्रशर एसोसिएशन देती है। तमाम कायदे कानूनों का पालन होता है। यदि कहीं कोई उल्लंघन होता है तो उस पर संबंधित विभाग जुर्माना राशि भी लगाता है। करीब 25 विभाग कार्रवाई के लिए अधिकृत किए गए हैं। इस उद्योग पर अनेक प्रकार से नजर रखी जा रही है लेकिन पुलिस की अनावश्यक कार्रवाई एवं हस्तक्षेप समझ से परे है। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस के धक्काशाही रवैये पर कोई कार्रवाई नहीं होती तब तक ऊना जिला में कोई भी क्रशर संचालित नहीं किया जाएगा।
अब लड़ी जाएगी आर-पार की लड़ाई
एसोसिएशन ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद उसकी राह में रोड़े अटकाने को यह कार्रवाई की गई है। एम फार्म सहित रेत और बजरी ले जा रहे वाहनों को जिस प्रकार रोका गया है, वह निंदनीय है। एसोसिएशन ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और पुलिस के तानाशाही रवैये को कतई सहन नहीं किया जाएगा।