Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Aug, 2017 09:37 AM
सूरज की हवालात में हुई हत्या के मामले में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी सेजनता का सीबीआई पर भरोसा बढ़ा है, जबकि सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हैं।
शिमला: सूरज की हवालात में हुई हत्या के मामले में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी सेजनता का सीबीआई पर भरोसा बढ़ा है, जबकि सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस की एसआईटी प्रमुख आईजी जहूर जैदी पर कसे सीबीआई शिकंजे के बाद अब मॉनिटरिंग करने वाले डीजीपी पर भी गाज गिर सकती है, जबकि तत्कालीन एसपी डीडब्ल्यू नेगी भी कस्टोडियल डैथ के मामले में अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच पाएंगे।
सूरजकांड में अभी कुछ और गिरफ्तारियां होंगी
सीबीआई सूत्रों के अनुसार सूरजकांड में अभी कुछ और गिरफ्तारियां होंगी। इसमें कइयों की बारी आ सकती है। शिमला के पूर्व एसपी एडीशनल एसपी भजन देव नेगी और डीएसपी रत्न चंद नेगी को बेशक अभी 'राहत' मिली हो लेकिन देर-सवेर इन पर भी कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है। हालांकि ये अधिकारी अपना दामन पाक-साफ करार दे रहे हैं, लेकिन सीबीआई की इन पर भी पैनी नजर है। इनसे कई बार पूछताछ हो चुकी है। अब पूछताछ का एक और राऊंड चलाने की तैयारी की जा रही है।
गुड़िया केस में आ सकता है बड़ा भूचाल
गुड़िया केस में बड़ा भूचाल आ सकता है। जिस तरह का धमाका सूरज केस में हुआ, उसी तर्ज पर अब गुड़िया मामले में भी होने की संभावना है। बहुत संभव है कि इसमें भी पुलिसिया थ्योरी के विपरीत नई कहानी सामने आएगी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं। सोशल मीडिया में वायरल हुई तस्वीरों के इर्दगिर्द सीबीआई की जांच घूमती ही है। इस केस में सीएम कार्यालय की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में हैं। वहीं सोशल मीडिया में वायरल तस्वीरों का सच भी जल्द सामने आएगा। अगर इनमें से ही असली आरोपी निकले तो फिर जनता का एक और शक सही साबित होगा। जनता ने सूरज के मामले में भी राजू को हत्या का आरोपी नहीं माना था।