Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Jun, 2017 03:56 PM
नगर निगम शिमला के चुनाव में बहुमत से एक कदम दूर अटकी भाजपा की स्थिति मजबूत होती जा रही है।
शिमला: नगर निगम शिमला के चुनाव में बहुमत से एक कदम दूर अटकी भाजपा की स्थिति मजबूत होती जा रही है। नए सदन की बैठक से पहले कांग्रेस के एक बागी नवनिर्वाचित पार्षद ने भाजपा के साथ हाथ मिला लिया है। कच्चीघाटी से आजाद मैदान में उतरे संजय परमार ने भी भाजपा के नेतृत्व में आस्था जताई है और पार्टी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। बताया जाता है कि संजय परमार को टिकट नहीं मिला था वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे थे। फिर भी वह 726 वोटों से जीते।
उल्लेखनीय है कि जब चुनाव के नतीजे सामने आए तो भाजपा 17 सीटें जीतकर सबसे बडे़ दल के रूप में उभर कर सामने आई थी जबकि बहुमत के लिए उनको 18 सीटें चाहिए थी। ऐसे में पंथाघाटी वार्ड से जीत हासिल करने वाले बागी उम्मीदवार राकेश शर्मा को अपनी पार्टी में शामिल करने पर भाजपा को 18 सीटें मिल गई। जिसके चलते उसने 31 साल बाद इतिहास रचा। राकेश शर्मा ने 45 मतों से सीट पर कब्जा जमा लिया था। निर्दलीय प्रत्याशी संजय परमार द्वारा एमसी चुनाव के लिए बीजेपी को समर्थन देने के साथ ही अब बीजेपी समर्थित प्रत्याशियों की संख्या 19 हो गई है। ऐसे में अब बीजेपी की ताजपोशी एमसी में पूरी तरह से साफ हो गई है।