Edited By Punjab Kesari, Updated: 25 Aug, 2017 07:20 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। इससे पहले सदन के नेता वीरभद्र सिंह ने सत्र के अंतिम दिन सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों का आभार जताया।
शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। इससे पहले सदन के नेता वीरभद्र सिंह ने सत्र के अंतिम दिन सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा के पूरे कार्यकाल के दौरान सदन की कार्यवाही को चलाने में दोनों पक्षों का समान योगदान रहा। वीरभद्र सिंह ने सदन की कार्यवाही के बेहतर संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष बुटेल का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी राजनीतिक सूझबूझ और संबंधों का बखूबी प्रयोग किया। उन्होंने विधानसभा सचिवालय और प्रदेश सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों का आभार जताते हुए कहा कि इनके सक्रिय सहयोग से ही सरकारें बेहतर ढंग से कार्य कर पाती हैं। नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने खुशी जताई कि मौजूदा विधानसभा के अंतिम सत्र के अंतिम दिन सदन का माहौल सौहार्दपूर्ण रहा। उन्होंने सत्र को सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद होते हैं लेकिन मनभेद नहीं होने चाहिए। उन्होंने दोनों पक्षों का आह्वान किया कि सत्र के दौरान नारों और तल्ख टिप्पणियों से जो कड़हावट आई है, उसे भुलाकर नए सिरे से आगे बढ़ें। उन्होंने सरकार का 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के लिए वीरभद्र सिंह को बधाई दी और विधानसभा स्टाफ और अधिकारियों और कर्मचारियों व अन्य पक्षों का भी आभार जताया। सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सदन में भारत माता की जय और हिमाचल की जय के नारे लगाए। सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी इस दौरान उनके साथ नारे लगाए।
जनता से आशीर्वाद लें और जोर आजमाइश करें
नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सत्र के दौरान भले ही कुछ तल्ख टिप्पणियां हुई हों लेकिन ये किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि अपने जज्बात व्यक्त करने के लिए थीं। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष ने सदन में कई निर्णय लिए। इसके साथ ही कई बार ऐसे मौके भी आए, जब टकराव हुआ, मतभेद हुए और सत्तापक्ष तथा विपक्ष ने अपनी-अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आज सब यहां से नई पारी शुरूकरने को जाएंगे। उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे जनता से आशीर्वाद लें और जोर आजमाइश करें तथा फिर नया जनादेश लेकर आएं।
3 विधेयक पारित, एक सरकार ने वापस लिया : बुटेल
विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने से पहले कहा कि इस सत्र की 4 बैठकों के दौरान कुल 6 विधेयक सदन में विचार के लिए रखे गए, जिनमें से 3 को पास किया गया और 1 को सरकार ने वापस लिया। इसके साथ ही विभिन्न समितियों के प्रतिवेदनों को भी सभा पटल पर रखा गया। उन्होंने सत्र के सुचारू संचालन के लिए मुख्यमंत्री, संसदीय कार्यमंत्री और विपक्ष सहित अधिकारियों और तमाम स्टाफ का भी आभार जताया। इसके बाद उन्होंने विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
क्या बोले, संसदीय कार्य मंत्री अग्रिहोत्री
संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग देने को लेकर पक्ष और विपक्ष का आभार जताया। उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते उनको दोनों पक्षों का अपेक्षित सहयोग मिला है। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का मार्गदर्शन मिला। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष ने भी सदन की कार्यवाही संचालन में सहयोग दिया। विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल की भी उन्होंने सराहना की।