Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Jan, 2018 02:19 PM
हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नाहन से विधायक डॉ. राजीव बिंदल को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने के बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत का अभिभाषण शुरू हुआ। जहां उन्होंने नवनिर्वाचित सदस्यों को सबसे पहले बधाई दी।
धर्मशाला (जिनेश): हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नाहन से विधायक डॉ. राजीव बिंदल को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने के बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत का अभिभाषण शुरू हुआ। जहां उन्होंने नवनिर्वाचित सदस्यों को सबसे पहले बधाई दी। इसके बाद उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा कि प्रदेश के विकास के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों साथ-साथ एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा है कि चुनाव बेहद सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुए हैं, फिर भी अगर इसके दौरान आपस में किसी प्रकार की खटास रही हो तो उसे भुलाकर प्रदेश हित में विचार किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि सदन में पक्ष और विपक्ष के सदस्यों को व्यक्तिगत राजनीति से ऊपर उठकर मुद्दों पर आधारित राजनीति को केंद्र में रखकर सकारात्मक ढंग से बहस करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल शासन व दूरदर्शी नेतृत्व और बीजेपी की केंद्रीय सरकार की प्रगतिशील नीतियों के लिए प्रदेश की जनता ने भारी जनादेश दिया है। इस संवैधानिक प्रक्रिया में विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं का मतदान के प्रति उत्साह प्रशंसनीय रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि इस सरकार ने अभी-अभी कुछ दिन पहले ही कार्यभार संभाला है। इसके बावजूद लोगों के जीवन स्तर में सुधार को कई कदम उठाए हैं। इनमें 80 वर्ष से ऊपर के वृद्धों को बिना आय के मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन की आयु सीमा घटाकर 70 वर्ष की गई है। राज्य के कर्मचारियों को जुलाई 2017 से देय महंगाई भत्ते की 3 फीसदी की किस्त जारी की गई है। वहीं महिलाओं के खिलाफ हिंसक घटनाओं के निवारण को गुड़िया योजना का प्रक्षेपण किया जाएगा। इसमें सातों दिन 24 घंटे महिला पुलिस थाने एवं आपातकालीन गुड़िया हेल्पलाइन शुरू की जाएगी।