Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Aug, 2017 10:33 PM
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को अपनी इज्जत बचाने में महज एक महीना बचा है....
ऊना: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को अपनी इज्जत बचाने में महज एक महीना बचा है, ऐसे में उनको जल्द से जल्द इस्तीफा दे देना चाहिए। बुधवार को भाजयुमो के राज्य अध्यक्ष विशाल चौहान सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि माफिया के पैरों में लेटकर प्रदेश सरकार को चलाया जा रहा है। प्रदेश में माफिया राज के सत्ता संचालन के भाजपा के आरोप सत्य साबित हुए हैं।
अब कई और लोगों के खुलने वाले हैं राज
आई.जी. सहित 8 पुलिस कर्मियों को सी.बी.आई. द्वारा गिरफ्तार किए जाने को सराहनीय कदम करार देते हुए उन्होंने कहा कि अब कई और लोगों के राज खुलने वाले हैं। हिमाचल के इतिहास में अधिकारी गिरफ्तार हुए हैं। गुडिय़ा को किसने मारा और सूरज की हत्या क्यों की गई, यह एक बड़ा रहस्य है। पुलिस की जिस तरीके से भूमिका रही, उससे लोगों का पुलिस से विश्वास ही उठ गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की एस.आई.टी. ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता माफिया के चंगुल में फंस गए हैं। सरकार को कांग्रेस नेता नहीं बल्कि माफिया के लोग चला रहे हैं और ऐसा उदाहरण देश में कहीं नहीं मिलता है। अब तो बिहार में भी ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं। वीरभद्र सरकार बिहार को भी पीछे छोड़ चुकी है।
क्षेत्रीय अस्पताल को दी बूचडख़ाने की संज्ञा
ऊना अस्पताल में हो रही मौतों पर सख्त टिप्पणी करते हुए उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल को बूचडख़ाने की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में स्वास्थ्य संस्थानों की दुर्दशा हो गई है। कुछ स्थानों पर करोड़ों रुपयों से स्वास्थ्य संस्थानों के भवन बना दिए गए हैं लेकिन वहां एक कीड़े के काटने का भी उपचार उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि न तो जिला अस्पतालों में चिकित्सक हैं और न ही कोई अन्य सुविधाएं हैं। ऊना अस्पताल में लापरवाही की वजह से 5 मौतें कुछ ही माह में सामने आ चुकी हैं लेकिन प्रदेश सरकार कहीं नजर नहीं आ रही है।