Edited By Updated: 22 Feb, 2017 12:54 AM
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि बिलासपुर की धरती को आज से पहले देवभूमि व वीरों की भूमि के नाम से जाना जाता था
बिलासपुर: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि बिलासपुर की धरती को आज से पहले देवभूमि व वीरों की भूमि के नाम से जाना जाता था लेकिन कांग्रेस सरकार के शासनकाल में यहां के जन प्रतिनिधि के संरक्षण में चल रहे कथित माफियाराज के कारण अब इसे माफिया के केंद्र बिंदु के नाम से जाना जाने लगा है। माफियाराज हटाओ हिमाचल बचाओ अभियान के तहत आयोजित रैली में कहा कि समय-समय पर गुंडों को संरक्षण देना कांग्रेस व मुख्यमंत्री का इतिहास रहा है। उन्होंने स्थानीय विधायक पर भी जमकर प्रहार किए।
परवाणु में घटित घटना को नहीं भूल लोग
सत्ती ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा के साथ परवाणु में घटित घटना को लोग अभी तक भूले नहीं हैं। वर्ष 1998 में निर्दलीय विधायक को सत्ता प्राप्ति के लिए 15 दिन तक बंधक बनाकर रखने वाले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कारनामा आज भी लोगों के जहन में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चल रहे सारे माफियाराज का सरगना मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह स्वयं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के सिपहसलारों को बेसहारा बैलों की संज्ञा देते हुए कहा कि इनकी हालत भी सड़क पर घूम रहे बेसहारा बैलों जैसी होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्याग पत्र देकर चुनाव करवा लें तो उन्हें सच्चाई का पता चल जाएगा।
हमीरपुर में कांग्रेस नेताओं के राजनीतिक जीवन का अंत
सतपाल सिंह सत्ती ने सदर विधायक बंबर ठाकुर द्वारा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के चुनाव लडऩे के बयान पर चेताते हुए कहा कि वह अपनी इस हसरत को पूरा करके देख लें। उन्होंने कहा कि हमीरपुर लोकसभा का चुनाव हमेशा ही कांग्रेस के नेताओं के राजनीतिक जीवन का अंत कर देता है। पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर व राजेंद्र राणा इसके स्पष्ट उदाहरण हैं। राजेंद्र राणा विधायक बने थे तथा लोकसभा का चुनाव लड़कर स्वयं दिल्ली जाने और अपनी पत्नी को विधायक बनाने का सपना पाल बैठे और आज दोनों अपना बोरिया-बिस्तर लपेटकर सुजानपुर में बैठे हैं। उन्होंने कांगे्रस पर तीखा हमला करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी तंज कसा।
मुख्यमंत्री के पास नहीं समय
सत्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास प्रदेश का विकास करवाने और अपने विधायकों व मंत्रियों पर लगाम लगाने का समय नहीं है। मुख्यमंत्री का सारा समय अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने का जुगाड़ करने और विरोधी दल के नेताओं को झूठे केसों में फंसाने में ही लग रहा है। उन्होंने सदर विधायक पर प्रहार करते हुए कहा कि सत्ता तंत्र के बल पर वह किसी भी कारनामे को अंजाम देने के बाद प्रताडि़त व्यक्ति पर झूठे केस बनाकर अपना पल्लू झाडऩे का प्रयास करते हैं।