Edited By Updated: 12 May, 2017 05:39 PM
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ चल रहे केसों को बदले की भावना से जोड़ना गलत है।
ऊना। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ चल रहे केसों को बदले की भावना से जोड़ना गलत है। वीरभद्र सिंह पर केस यूपीए के समय से चल रहे हैं। इसी वजह से उन्हें केंद्र सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। अगर मोदी या प्रदेश के नेता ज्यादती करते तो सीएम जेल में होते। सत्ती ने कहा कि वीरभद्र सिंह जनता की सहानुभूति लेने के लिए बीजेपी नेताओं का नाम ले रहे हैं। बीजेपी सीएम का आदर उनकी उम्र की वजह से करती है लेकिन वह कोई भी गलत काम करते रहें और हम कुछ नहीं बोलें तो विपक्ष किस काम का।
समय पर बताऊंगा हाईकमान को राय
ये पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी बिना चेहरे के विधानसभा चुनाव में उतरेगी। इस सवाल पर प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने पालमपुर दौरे में साफ कर दिया है कि संसदीय बोर्ड में इस बात का फैसला लिया जाएगा। अगर प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते मुझ से इस विषय पर राय ली जाएगी तो मैं उस समय के हिसाब से राय दी जाएगी और ये बात सिर्फ हाईकमान को ही बताऊंगा। इस मामले में कई नेताओं से सुझाव लिया जा सकता है और सभी की राय अलग-अलग हो सकती है।
मुझे नहीं संगठन को शाबाशी
जब सत्ती से ये पूछा गया कि शिमला रैली में मोदी ने उन्हें जुझारू नेता कहा तो इस पर उन्होंने कहा कि लोग चाहते थे कि मोदी शिमला आएं। ये रैली सफल रही और इसका श्रेय पूरे संगठन को जाता है। पद के कारण प्रधानमंत्री ने मेरा नाम लिया। इस रैली के लिए सभी नेताओं ने कड़ी मेहनत की थी। अगर प्रदेशाध्यक्ष को शाबाशी मिलती है तो ये सारे संगठन को शाबाशी है।
मंत्री भी बीजेपी के संपर्क में
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव बढ़ रहा है। सबको उनकी नीतियां अच्छी लग रही हैं। ऐसे में कई नेता बीजेपी के साथ जुड़ना चाहते हैं। प्रदेश के कई नेता बीजेपी में आना चाहते हैं और इनमें कई कांग्रेसी विधायक और मंत्री भी शामिल हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है।