Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Nov, 2017 01:46 AM
केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने जहां एम्स को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा, वहीं गुडिय़ा प्रकरण को लेकर कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री की घेराबंदी भी की।
बिलासपुर: केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने जहां एम्स को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा, वहीं गुडिय़ा प्रकरण को लेकर कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री की घेराबंदी भी की। उन्होंने एम्स को लेकर कभी भी राजनीति नहीं की। हालांकि इस पर विपक्षी दल ने काफी राजनीति की है। अगर वह चाहते तो बोल सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि हिमाचल में एम्स लाकर विपक्षी दल को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सभी एकजुट होकर पार्टी की जीत सुनिश्चित बनाने के लिए दृढ़ता से जुटे हुए हैं और इस बार कांग्रेस का तख्ता पलट करके रख देंगे। नयनादेवी विधानसभा के तहत नोआ में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि गुडिय़ा प्रकरण पर ओछी राजनीति की जा रही है। बंजार जनसभा में मुख्यमंत्री का यह कहना कि यह मामूली घटना थी, बहुत ही अशोभनीय है। जब कोटखाई का थाना जल गया तब वह खुद भाजपा के अन्य नेताओं के साथ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले और तब जाकर इस केस को सी.बी.आई. के हवाले किया गया।
निराशाजनक रहा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का यह कार्यकाल निराशाजनक रहा है और प्रदेश के मुखिया की इस तरह की बयानबाजी से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में इस सरकार के समय क्या कुछ हुआ होगा। नड्डा ने मंडी के होशियार सिंह प्रकरण पर कहा कि इस केस पर भी राजनीति की गई और जांच रिपोर्ट में कहा गया कि नशे की हालत में मौत हुई है। इस तरह की घटनाओं पर पर्दा डालकर सरकार ने दिखा दिया कि वह जनता के प्रति कितनी संवेदनशील है। नड्डा ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के माध्यम से हिमाचल को 71 नैशनल हाईवे प्रदान किए लेकिन प्रदेश सरकार डी.पी.आर. तक तैयार नहीं करवा पाई। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के बंदला में बनने जा रहे हाईड्रो कालेज की कक्षाएं नगरोटा में बिठाई गईं। उन्होंने पूछा क्या बिलासपुर में आधारभूत ढांचे की कमी है।