Edited By Updated: 23 May, 2017 09:11 AM
हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर सियासी समीकरण बदलने लगे हैं।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर सियासी समीकरण बदलने लगे हैं। इस कड़ी के तहत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से सत्ता और संगठन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। पार्टी सूत्रों के अनुसार मौजूदा हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को हटाने की मांग की है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठनात्मक चुनाव को टालने का भी आग्रह किया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के यह चुनाव टल सकते हैं। दोनों नेताओं ने लंबे समय तक आपस में मंत्रणा की है तथा मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के कामकाज की रिपोर्ट भी उनके समक्ष रखी। वीरभद्र ने राज्य में भाजपा की गतिविधियों की जानकारी भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को दी है।
राहुल के अलावा कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से मिले वीरभद्र
उन्होंने राहुल के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल और एम. रामचंद्रन से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान 4 मंत्री सुजान सिंह पठानिया, ठाकुर सिंह भरमौरी, सुधीर शर्मा, प्रकाश चौधरी, 3 सी.पी.एस. नंद लाल, जगजीवन पाल और इंद्र दत्त लखनपाल के अलावा विधायक यादवेंद्र गोमा, मोहन लाल ब्राक्टा और संजय रतन के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता हर्ष महाजन और हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह भी थे। कांग्रेस के दिल्ली में डटे नेताओं ने हाईकमान तक यह संदेश पहुंचाने का प्रयास किया है कि जब विधानसभा चुनाव में उनका चेहरा वीरभद्र होंगे तो संगठन को भी उनके निर्देशानुसार ही काम करना पड़ेगा ताकि सत्ता में वापसी हो सके।
कौल सिंह को भी हटाया था अध्यक्ष पद से
इससे पहले वर्ष 2012 में कौल सिंह ठाकुर को प्रदेशाध्यक्ष पद से वीरभद्र सिंह हटा चुके हैं। पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के बीच तनातनी चली हुई जिससे सियासी घमासान आगे बढ़ा है।