Edited By Updated: 17 May, 2017 12:49 AM
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने पंजाब-हरियाणा सरकार द्वारा भाखड़ा-ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) पर उनके दावे को गलत करार दिया है....
हमीरपुर: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने पंजाब-हरियाणा सरकार द्वारा भाखड़ा-ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) पर उनके दावे को गलत करार दिया है बल्कि उन्होंने पंजाब-हरियाणा सरकार से चंडीगढ़ से भी हिमाचल के हक की मांग उठाई है, वहीं उन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश सरकार को भी इस दिशा में प्रयास तेज करने को कहा है। यह बात उन्होंने मंगलवार को स्थानीय सर्किट हाऊस में प्रैस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
उच्चतम न्यायालय में जाए हिमाचल सरकार
उन्होंने कहा कि एक नवम्बर, 1966 को जब पंजाब का पुनर्गठन हुआ था तो यह तय हुआ था कि आबादी के हिसाब से परिसम्पत्तियों और देनदारियों का बंटवारा होगा तथा हरियाणा को उसका हिस्सा मिल गया था, तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उस समय प्रदेश का 7.19 प्रतिशत हिस्सा बनता था। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार अपना हिस्सा लेने के लिए केंद्र सरकार पर जिम्मेदारी डालने की बजाय उच्चतम न्यायालय में जाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी इसमें सहयोग करेगा।
मुख्यमंत्री के निर्णय का किया स्वागत
उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सरकारी स्कूलों में धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने वाले निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा किजो भी लोग धर्म परिवर्तन जैसी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चौथा त्रिदेव सम्मेलन 11 जून को कुल्लू में होगा जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आएंगे। मंडी संसदीय क्षेत्र के सम्मेलन का आयोजन कुल्लू में जून माह में प्रस्तावित है।