Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Jan, 2018 09:11 PM
देश की सर्वप्रथम ई-विधानसभा के प्रति अब विदेशों में भी आकर्षण बढ़ता जा रहा है।
शिमला: देश की सर्वप्रथम ई-विधानसभा के प्रति अब विदेशों में भी आकर्षण बढ़ता जा रहा है। इसके तहत हाऊस ऑफ रिप्रैजैंटेटिव मलेशियन पार्लियामैंट के अध्यक्ष पांदिकर अमीन 6 सदस्यों के साथ शिमला पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल के साथ मुलाकात की तथा ई-विधान प्रणाली को जाना। उन्होंने अपने देश में भी ई-विधान प्रणाली को अपनाने की बात कही। अपनी पत्नी व सदस्यों के साथ शिमला पहुंचे पांदिकर अमीन को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के संचालन की जानकारी दी।
5 देशों की यात्रा में नहीं देखी ऐसी तकनीक
पांदिकर ने कहा कि उन्होंने 5 देशों की यात्रा की है लेकिन इस तकनीक को कहीं भी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि वह इस तरह की प्रणाली की कल्पना कर रहे थे तथा यहां पहुंचकर उनका सपना साकार हुआ। उन्होंने कहा कि वह अपने देश में राष्ट्रीय स्तर पर इस मामले को उठाएंगे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा के रखरखाव तथा ई-विधान प्रणाली की भरपूर प्रशंसा की। विस अध्यक्ष ने पांदिकर को बताया कि ई-विधान एक पर्यावरण मित्र प्रणाली है, जिसके उपयोग से कागज के बोझ से निजात मिलेगी। इससे हजारों वृक्ष कटने से बचेंगे और कामकाज में पारदर्शिता आती है। विधानसभा सचिव सुंदर सिंह वर्मा तथा निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी धर्मेश शर्मा भी इस अवसर पर मौजूद थे।
डा. बिंदल के सम्मान में अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित
विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल के सम्मान में विधानसभा सचिवालय में अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विधानसभा सचिव सुन्दर सिंह वर्मा ने उन्हें शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया तथा उनका परिचय करवाया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि अधिकारी और कर्मचारी किसी भी संस्थान की रीढ़ होते हैं, साथ ही लोकतंत्र की मजबूती में विधानसभा सचिवालय की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि हमें विधायकों के कार्यों को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने अधिकारियों के साथ विधानसभा सचिवालय परिसर का निरीक्षण कर मौके पर मौजूद अधिकारियों को विधानसभा परिसर स्वच्छ एवं सुन्दर रखने की सलाह दी। उन्होंने विधायकों के लिए अलग से कैफेटेरिया बनाने की भी इच्छा जताई।