Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Aug, 2017 01:18 AM
वर्तमान 12वीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उम्रदराज नेताओं का दबदबा रहा।
शिमला: वर्तमान 12वीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उम्रदराज नेताओं का दबदबा रहा। इस समय राज्य विधानसभा में 50 साल से अधिक आयु वर्ग के विधायकों की संख्या सबसे अधिक 48 है जबकि 51 से 55 साल आयु वर्ग के सबसे अधिक 13 विधायक हैं। इस समय विधानसभा में 31 से 45 साल के युवा विधायकों की संख्या 19 है। जानकारी के अनुसार इस समय 75 साल से ऊपर के विधायक 6 तथा 71 से 75 आयु वर्ग के 4 विधायक हैं। विधानसभा में जहां दूसरे नंबर पर 60 से 65 आयु वर्ग के 10 विधायक सदन में मौजूद हैं। इसी तरह 30 से 35 साल के युवा विधायकों की संख्या मात्र 2 है जबकि 36 से 40 तथा 41 से 45 आयु वर्ग के क्रमश: 4-4 विधायक मौजूद हैं।
महिला विधायकों की संख्या सिर्फ 3
वर्तमान विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या सिर्फ 3 है, जो कि बहुत कम है। इसमें सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स, कांग्रेस विधायक आशा कुमारी तथा भाजपा विधायक सरवीण चौधरी शामिल हैं। इनमें 1 मंत्री है तथा 2 महिला विधायक पहले मंत्री रह चुकी हैं।
26 विधायक ऐसे जो पहली बार चुनकर आए
वर्तमान विधानसभा में 26 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार चुनकर आए हैं जबकि 8 बार चुनकर आने वालों की संख्या 3 है। इसके अलावा 7 बार चुनकर आने वालों में 1 विधायक, 6 बार चुन कर आने वालों में 2 विधायक, 5 बार चुनकर आने वालों में 6 विधायक, 4 बार चुनकर आने वालों में 3 विधायक, 3 बार चुनकर आने वालों में 13 विधायक तथा 2 बार चुनकर आने वाले विधायकों की संख्या 13 है। इस तरह 68 विधानसभा क्षेत्रों में मौजूदा 67 विधायक हैं, जिसमें सबसे अधिक सामान्य श्रेणी के 47, एस.सी. के 17 और एस.टी. के 3 विधायक शामिल हैं।
उच्च शिक्षा प्राप्त हैं अधिकांश विधायक
राज्य में इस समय अधिकांश विधायक उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। इसमें ग्रैजुएशन से ऊपर शिक्षित विधायकों की संख्या 54 है। इसमें ग्रैजुएट 21, लॉ ग्रैजुएट 9, प्रोफैसर गै्रजुएट 4, पोस्ट ग्रैजुएट 9, पी.जी. विद लॉ 3, प्रोफैशनल पी.जी. 4, एम. फिल 3 और पी.एच.डी. 1 हैं। इसी तरह विधानसभा में दसवीं पास 3, जमा 2 पास 5, डिप्लोमा होल्डर 1 तथा अंडर गै्रजुएट 3 विधायक हैं।
विधानसभा में आ सकते हैं अधिक युवा चेहरे
राज्य की 13वीं विधानसभा के लिए इस साल होने वाले चुनाव में इस बार अधिक युवा विधायकों के चुनकर आने की संभावना है। इसका कारण यह भी है कि राजनीतिक दल युवा प्रत्याशियों के चयन पर भी अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। विशेषकर भाजपा युवाओं पर अधिक ध्यान फोक्स कर रही है।