Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Nov, 2017 12:46 AM
14 वर्ष पूर्व एक 7 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म करने के मामले में अदालत द्वारा उद्घोषित किए गए अपराधी को पुलिस के पी.ओ. सैल ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है।
चम्बा: 14 वर्ष पूर्व एक 7 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म करने के मामले में अदालत द्वारा उद्घोषित किए गए अपराधी को पुलिस के पी.ओ. सैल ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। पी.ओ. सैल की यह सफलता इस लिहाज से बेहद बड़ी उपलब्धि है क्योंकि उद्घोषित अपराधी न सिर्फ अपने जन्म स्थान को छोड़ चुका था बल्कि उसने अपना नाम व पहचान तक बदल ली थी, ऐसे में पी.ओ. सैल द्वारा एक गंभीर आपराधिक मामले के आरोपी को ढूंढ निकालना उसकी एक बड़ी उपलब्धि है। पुलिस ने धरे गए इस उद्घोषित अपराधी को मंगलवार को अदालत के समक्ष पेश किया। अदालत ने उसके खिलाफ अदालत के आदेशों की अवमानना करने का मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए तो साथ ही उसे पुलिस रिमांड पर भेजा।
पहचान बदल कर रह रहा था अपराधी
एस.पी. चम्बा डा. वीरेंद्र तोमर ने बताया कि देवराज पुत्र नौरंग निवासी डिभर डाकघर डियूर तहसील सलूणी के खिलाफ पुलिस थाना किहार में वर्ष 2003 में मामला दर्ज हुआ था। आरोपी एक 7 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म करने के बाद भूमिगत हो गया था। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के खिलाफ पुलिस थाना किहार में भारतीय दंड संहिता की धारा 377, 323 व 506 के तहत मामला दर्ज किया था। जब यह मामला सुनवाई के लिए अदालत में पहुंचा तो आरोपी व्यक्ति अदालत में उपस्थित नहीं हुआ। उसके इस बार-बार के व्यवहार को देखते अदालत ने उसे उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया। इसी के चलते पिछले कई वर्षों से इस उद्घोषित अपराधी की पुलिस को तलाश थी लेकिन अपनी पहचान को बदल कर वह कहीं ओर रह रहा था।
योजना के अनुसार पकड़ा अपराधी
पुलिस के पी.ओ. सैल को जैसे ही उसके बारे में जानकारी मिली तो उसने उद्घोषित अपराधी को दबोचने की योजना बनाई। पी.ओ. सैल के प्रभारी मुख्य आरक्षी हमीद मुहम्मद, महिला आरक्षी रीना राय, आरक्षी रविंद्र व आरक्षी नितेंद्र ने अपनी योजना के मुताबिक अपने कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देते हुए उद्घोषित अपराधी को धर दबोचा।