Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Sep, 2017 12:51 PM
प्रबल भाग्य होने पर ही अब राशन डिपो में उपभोक्ता मनचाही दालें हासिल कर पाएंगे।
जोगिंद्रनगर: प्रबल भाग्य होने पर ही अब राशन डिपो में उपभोक्ता मनचाही दालें हासिल कर पाएंगे। सरकार ने राशन डिपो में 3 के बजाय 7 दालें उपलब्ध करवाने का फैसला लिया है लेकिन हर दाल डिपो में 100 प्रतिशत उपलब्ध न होने के कारण कार्ड धारक मनचाही दाल लेने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। प्रदेश के 16 लाख राशन कार्ड उपभोक्ताओं को करीब 50 फीसदी उपदान पर दालें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। डिपो में सरकारी दावे के बावजूद राजमाह ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। सरकार द्वारा 100 राशन कार्ड के लिए केवल 5 किलो के अनुपात से डिपुओं को राजमाह जारी किए हैं। डिपुओं में पहुंचा सफेद चना भी उपभोक्ताओं को भाग्य से ही मिल रहा है। मूंग की दाल अभी तक डिपो में पहुंच ही नहीं पाई है।
'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर मिल रही दालें
राजमाह व सफेद चना तो उपभोक्ताओं को भाग्य से ही नसीब हो पा रहा है जबकि आम रूटीन में मिलने वाली दालें मलका, काले मसूर, दाल चना, व उड़द की दाल भी उपभोक्ताओं को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर ही मिल रही हैं। 100 राशन कार्ड पर डिपो में ये दालें केवल 21-21 किलो के अनुपात में सप्लाई की गई हैं। कड़वे तेल व रिफाइंड की हालत भी कुछ ऐसी ही है। कड़वा तेल 80 फीसदी जबकि रिफाइंड केवल 20 फीसदी ही डिपो को सप्लाई किया गया है।
डिपो धारक हो रहे परेशान
केवल 5 प्रतिशत की दर से आई राजमाह व सफेद चने जैसी दालें जब आते ही डिपो से गायब हो रही हैं तो इसकी गाज डिपो धारक पर गिर रही है। उपभोक्ता राजमाह नहीं मिलने पर डिपो धारक की खबर लेने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।