Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Jul, 2017 01:31 PM
वन कर्मियों को अब वन काटुओं से निपटने के लिए हथियारों से लैस किया जा रहा है।
मंडी: वन कर्मियों को अब वन काटुओं से निपटने के लिए हथियारों से लैस किया जा रहा है। विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और प्रथम चरण में मंडी जिला के वन मंडल और करसोग को अति संवेदनशील मानते हुए हथियार मुहैया करवा दिए हैं। वन कर्मियों की सुरक्षा के चलते हिमाचल सरकार ने वन विभाग को हथियार मुहैया करवाने शुरू कर दिए हैं ताकि वन रक्षक बेहतर ढंग से इनकी रक्षा कर सकें। मंडी और करसोग वन मंडल में अभी तक 6 हथियार मुहैया करवा दिए हैं जिनमें 3 राइफल, 1 गन व 2 रिवॉल्वर शामिल है। बताया जाता है कि बीते समय करसोग क्षेत्र में वन रक्षक को वनों की रक्षा के बदले अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था जिस पर कर्मियों ने सरकार सहित विभाग के प्रति रोष भी प्रकट किया था।
वन कर्मियों को मुहैया करवाएं प्रशिक्षण
वन अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने राज्य सरकार द्वारा वन कर्मियों की सुरक्षा के लिए हथियार मुहैया करवाने का स्वागत किया लेकिन मांग उठाई है कि कर्मियों को हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षण मुहैया करवाया जाए। वन अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ वन वृत्त मंडी के प्रधान प्रदीप ठाकुर ने कहा कि वन रक्षक जंगलों की रक्षा के लिए हमेशा मुस्तैद रहते हैं लेकिन उस हिसाब से सुविधा नहीं मिल पाती। उन्होंने मांग उठाई है कि वन कर्मियों को हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षण मुहैया करवाए जाए। मंडी के वन अरण्यपाल उपासना पटियाल ने कहा कि जिला के वन मंडल मंडी व करसोग में हथियार मुहैया करवा दिए गए हैं। फिलहाल इन हथियारों को वन मंडल में रखा जाएगा और गश्त के दौरान वन कर्मी हथियारों से लैस होकर निकलेंगे। इसके अलावा अन्य वन मंडलों में भी हथियार मुहैया करवाए जाएंगे।