Edited By Updated: 08 Dec, 2016 05:15 PM
हिमाचल के जवान सरहद की रक्षा करने और अदम्य साहस के लिए सेना में मिसाल बने हैं।
मंडी: हिमाचल के जवान सरहद की रक्षा करने और अदम्य साहस के लिए सेना में मिसाल बने हैं। आर्मी अस्पताल नई दिल्ली में उड़ी हमले में गंभीर रूप से घायल सेना के जवान जसवंत सिंह निवासी लडभड़ोल (जोगिंद्रनगर) का कुशलक्षेम पूछने के बाद सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि सेना में हवलदार जसवंत ने उड़ी हमले में उग्रवादियों का दृढ़ता से मुकाबला किया और उन्हें ढेर कर दिया। इस दौरान उन्हें जहां उग्रवादियों की गोलियों ने छलनी किया तो वहीं बम फटने से वह गंभीर रूप से घायल हुए।आर्मी अस्पताल में भर्ती जसवंत सिंह के डाक्टरों द्वारा 16 आप्रेशन किए जा चुके हैं। वह अभी चलने-फिरने में असमर्थ हैं लेकिन हवलदार जसवंत सिंह के चेहरे पर मुस्कान और उनका सीमा पर पुन: लौटने का जज्बा बरकरार है।
सांसद ने कहा कि इस वीर भूमि के रणबांकुरों की बहादुरी और अदम्य साहस की गाथाएं भारतीय सेना के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हैं। उन्होंने हवलदार जसवंत सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की तथा उन्हें साहस भी बंधाया। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह के इलाज में कोई भी कोताही नहीं बरती जा रही है और केंद्र सरकार और सेना सैनिकों के मान-सम्मान में कोई भी कमी नहीं आने देगी। इस अवसर पर इंडियन बुक डिस्ट्रीब्यूटर के महाप्रबंधक बलदेव वर्मा व हिमालयन जागृति मंच के अध्यक्ष एस.एस. चौहान व देवराज चौहान भी मौजूद थे।