Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Jul, 2017 01:02 PM
प्राकृतिक सुंदरता को लेकर लाहौल घाटी में अपनी अलग पहचान रखने वाला जाहलमा गांव शीघ्र ही पर्यटन के रूप में विकसित होगा।
मनाली: प्राकृतिक सुंदरता को लेकर लाहौल घाटी में अपनी अलग पहचान रखने वाला जाहलमा गांव शीघ्र ही पर्यटन के रूप में विकसित होगा। विधायक रवि ठाकुर ने पैराग्लाइडर पायलट के साथ जाहलमा के यंगथंग गांव से सफलतापूर्वक उड़ान भरी। रोहतांग सुरंग के बनते ही यहां पर्यटकों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है जिसे ध्यान में रखते हुए इस घाटी के लोग नकदी फसलों के साथ-साथ पर्यटन को भी प्राथमिकता देने लगे हैं। हालांकि इन दिनों घाटी में पर्यटन को लेकर आधारभूत सुविधाएं न के बराबर हैं लेकिन सरकार का दावा है कि लाहौल घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है।
यंगथंग गांव की ऊंचाई 12,000 फुट
जाहलमा के यंगथंग गांव की ऊंचाई 12,000 फुट है। पैराग्लाइडर पायलटों ने भी इस साइट को उड़ान भरने के लिए घाटी की सबसे बेहतर साइट बताया है। लाहौल घाटी के इस खूबसूरत गांव में माता हिडिम्बा का ऐतिहासिक मंदिर भी है जिसके चलते यह नगरी धार्मिक पर्यटन के रूप में भी विकसित हो सकती है। पैराग्लाइडर पायलटों ने केलांग के शिशुर, खंगसर, सिस्सू, जाहलमा और त्रिलोकनाथ से सफलतापूर्वक उड़ानें भरी हैं।