Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Aug, 2017 01:07 PM
कहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कठिन से कठिन रास्ते भी आसान हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के सबसे कम उम्र के युवा डीएसपी अनिल शर्मा ने।
बिलासपुर (मुकेश): कहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कठिन से कठिन रास्ते भी आसान हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के सबसे कम उम्र के युवा डीएसपी अनिल शर्मा ने। जिन्होंने महज 20 साल की उम्र में ग्रेजुएशन पूरी की और हिमाचल प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में पास होकर अपने प्रदेश क्षेत्र का नाम रोशन किया। साथ ही उन्हें हिमाचल के सबसे कम उम्र के युवा डीएसपी बनने का गौरव प्राप्त हुआ। डीएसपी ने कहा कि विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में आने वाले लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटकों के लिए सुविधा प्रदान करना और कानून व्यवस्था को बनाए रखना इसके अलावा नशे के कारोबार पर शिकंजा कसना उनका मुख्य उद्देश्य रहेगा।
कम उम्र में डीएसपी बनने का प्राप्त हुआ गौरव
अनिल शर्मा शुरू से ही तेज बुद्धि के युवा रहे हैं। जिनका जन्म 20 अक्टूबर 1992 में सिलाई तहसील के नया पजोड गांव में हुआ है। उनके पिता का नाम जागर सिंह और माता का नाम मालो देवी है। उन्होंने अपनी पढ़ाई नहान से की है। साल 2013 में उन्होंने महज 20 वर्ष की उम्र में ग्रेजुएशन पूरी की, उसके बाद उन्हें 1 वर्ष तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि हिमाचल प्रशासनिक सेवा की परीक्षा देने के लिए 21 वर्ष की उम्र जरूरी है और उसके बाद उन्होंने एचएएस की परीक्षा दी। जिसके बाद उन्हें 22 साल की उम्र में सबसे युवा डीएसपी बनने का गौरव प्राप्त हुआ और उनकी पहली नियुक्ति माता नैना देवी के चरणों में हुई।
माता नैना देवी के दरबार में सेवा करने का मिला मौका
अनिल शर्मा इसे अपना गौरव मानते हैं कि माता नैना देवी के चरणों में उनकी पहली नियुक्ति हुई है। उन्हें मां के दरबार में सेवा का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वह इस पवित्र और पावन शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे ताकि बाहर प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो और आराम से मां के दर्शन करके अपने घरों को लौटे। उन्होंने कहा कि यहां ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।