Edited By Updated: 10 May, 2017 02:47 PM
नगर निगम चुनाव टलने पर भाजपा विधायक दल ने प्रदेश सरकार और राज्य निर्वाचन आयुक्त पर तीखा हमला बोला है।
शिमला (विकास शर्मा): नगर निगम चुनाव टलने पर भाजपा विधायक दल ने प्रदेश सरकार और राज्य निर्वाचन आयुक्त पर तीखा हमला बोला है। भाजपा नेताओं का आरोप है सरकार यह चुनाव करवाने में भी पूरी तरह असफल है और ऐसे में इसको बर्खास्त कर देना चाहिए। उसने राज्य निर्वाचन आयुक्त पी मित्रा पर संविधान के तहत कार्य न करने का भी आरोप लगाया और मांग की उन्हें इस पद से बर्खास्त कर देना चाहिए। वहीं भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक सुरेश भारद्वाज ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि पी मित्रा ने संविधान के खिलाफ कार्य किया है और कांग्रेस के दबाव में आकर इस चुनाव को टाला है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा ने वोटर लिस्टों में गड़बड़ी की बात निर्वाचन आयुक्त को बताई थी तो उन्होंने कहा था कि ऐसा कुछ नहीं और वह उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी।
टाले नहीं जा सकते निगम के चुनाव
भारद्वाज ने कहा कि निगम के चुनाव टाले नहीं जा सकते। इनकी टर्म फिक्स है और उसके मुताबिक आयुक्त को चुनाव की तैयारी करनी होती है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयुक्त सरकार के दबाव में कार्य कर रहे हैं और सीएम के कहने पर वे उनके कार्यालय में जाते हैं और उसके बाद ताजा आदेश आता है कि मतदाता सूचियां ठीक नहीं हैं।
वीरभद्र के इशारे पर टाला चुनाव
भाजपा नेता ने कहा कि यह सरकार चुनाव करवाने में पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र के इशारे पर चुनाव को टाला गया है। क्योंकि वे नहीं चाहते कि चुनाव हो। उनका कहना था कि कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की शिमला में हुई विशाल जनसभा से डरकर कांग्रेस सरकार ने यह चुनाव टाला है।
अदालत में लेकर जाएंगे यह मुद्दा
भारद्वाज ने कहा कि नगर निगम का न तो कार्यकाल बढ़ सकता है और न ही इसमें कोई छेड़छाड़ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस मामले को जनता के बीच ले जाएगी और इसके खिलाफ आंदोलन करेगी। इसके साथ-साथ वह विधानसभा के विशेष सत्र में भी यह मामला उठाएंगे। इस मामले को लेकर वह राज्यपाल और अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।