Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Mar, 2018 04:57 PM
कुपवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए हिमाचल का एक और लाल शहीद हो गया है। शहीद जोरावर सिंह कांगड़ा के शाहपुर का रहने वाला है। वह 160 आईएनएफ बीएन टीए में कुपवाड़ा में तैनात थे। बुधवार को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा करते हुए उसने...
कांगड़ा: कुपवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए हिमाचल का एक और लाल शहीद हो गया है। शहीद जोरावर सिंह कांगड़ा के शाहपुर का रहने वाला है। वह 160 आईएनएफ बीएन टीए में कुपवाड़ा में तैनात थे। बुधवार को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा करते हुए उसने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
जानकारी के मुताबिक उनके शहादत की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। हर किसी की आंखें नम हुई पड़ी थी। शुक्रवार को उनका शव पैतृक गांव रैत पहुंचेगाा। जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गया है। उल्लेखनीय है कि 19 जनवरी 1973 को रैत में ही जन्मे जोरावर सिंह ने अपनी आरंभिक पढ़ाई करने के बाद ही सेना में भर्ती हो गए थे।