Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Oct, 2017 11:22 PM
कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफैस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने केंद्र सरकार द्वारा जी.एस.टी. पर रोलबैक के मुद्दे पर कहा कि केंद्र सरकार ने हमारा सुझाव व नीति नहीं अपनाई।
कसौली: कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफैस्ट में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने केंद्र सरकार द्वारा जी.एस.टी. पर रोलबैक के मुद्दे पर कहा कि केंद्र सरकार ने हमारा सुझाव व नीति नहीं अपनाई। यदि अपनाई होती तो केंद्र को यह कदम न उठाना पड़ता जो जी.एस.टी. को लेकर शुक्रवार को अपनाया गया। जी.एस.टी. लागू करने से पहले अलग-अलग वस्तुओं के मूल्य पहले ही निर्धारित करने चाहिए थे लेकिन प्रधानमंत्री रेट के बारे में जानते ही नहीं। अलग वस्तुओं का रेट अलग होना चाहिए। इसमें पैट्रोल व पैट्रोलियम पदार्थों को शामिल करते इन सब पर 18 प्रतिशत जी.एस.टी जबकि शराब एवं सिगरेट पर 40 प्रतिशत जी.एस.टी. लगाकर बता देते कि नशा एक पाप है तो समस्त भारतवासी खुश हो जाते कि मोदी ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. पर रोलबैक थोड़ा बहुत जरूरी है लेकिन अगर बुनियादी तौर पर जी.एस.टी. को तब स्वीकार किया होता जब प्रणव मुखर्जी वित्त मंत्री थे तो परिस्थितियां कुछ और होती।
झूठ बोलकर ही सत्ता में आई भाजपा
उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ बोलकर ही सत्ता में आई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली व प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले कुछ समय में कहा था कि कांग्रेस के कार्यकाल में 8 बार जी.डी.पी. नीचे आई है, जबकि ऐसा नहीं है। कांग्रेस कार्यकाल में ऐसा नहीं हुआ। अय्यर ने कहा कि मोदी सरकार ने रोजगार प्रदान करने के वादे किए वह भी खोखले साबित होने लगे हैं। जल्द ही देश की जनता इसको समझ रही है जी.डी.पी. पर व्यापारी वर्ग जिस तरह से परेशान हो रहा है ठीक उसी तरह आम जनता भी परेशान हुई है।